मध्यप्रदेश सरकार को इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में रिकॉर्ड 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसमें मालवा-निमाड़ में सर्वाधिक छह लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव उद्योगपतियों ने सरकार को दिए हैं। प्रदेश सरकार के साथ 36 विदेशी व्यापारिक संगठनों ने भी एमओयू साइन किए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि हमने गंदगी के ढेर से स्वच्छता के शिखर तक का सफर तय किया है। गड्ढे वाली सड़कों को चौड़ी सड़कों में तब्दील किया है। मध्यप्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं बल्कि देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। हमारा ग्रोथ रेट 19 प्रतिशत रहा, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। विकास का सिलसिला रुकने वाला नहीं है, बल्कि यह विकास को निर्णायक गति देगा।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अजब है, क्योंकि पिछले 18 सालों में हमने शून्य से शिखर की यात्रा की है। मध्यप्रदेश गजब है, क्योंकि ये संसाधन संपन्न हैं। ये शांति का टापू है। ये ध्यात्म का केंद्र है। ये पर्यटन में बेजोड़ है। ये इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर टेक्नोलॉजी तक और इनोवेशन से लेकर आंत्रप्रेन्योरशिप तक हर क्षेत्र में समय से आगे चलने की क्षमता रखता है। मध्यप्रदेश सजग है क्योंकि हमने अपनी कोर क्षमताओं को ही अपनी शक्ति बनाया है। चाहे एग्रीकल्चर हो या फूड प्रोसेसिंग, चाहे टेक्सटाइल हो या फार्मा, चाहे लॉजिस्टिक्स हो या आईटी, चाहे ऑटोमोबाईल हो या फिर नवीकरणीय ऊर्जा, ये सभी क्षेत्र मध्यप्रदेश की असली ताकत है और हम इन सभी क्षेत्रों में देश में अग्रणी हैं।