उत्तर प्रदेश के 1,772 परिषदीय स्कूलों में छात्रों को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाने की योजना है जिसके लिए करोड़ों रुपयों की स्वीकृति भी जाएगी. स्कूलों में ‘करके सीखो’ कार्यक्रम के तहत कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के छात्रों को यह ट्रेनिंग दी जाएगी. स्कूलों में इसके लिए लैब बनाने के लिए पैसों की स्वीकृति भी दे दी गई है. कुल 34.73 करोड़ रुपये की धनराशि को अप्रूव किया गया है. गणित और विज्ञान में छात्रों को अच्छा करनमे के लिए इस तरह की पहल की जा रही है. इस स्कूलों में छात्रों को इंजीनियरिंग एंड वर्कशाप के साथ ही कृषि, उद्यान, घर पर स्वास्थ्य की देखरेख से जुड़े विषय में ट्रेनिंग दी जाएगी.

एक्सपर्ट करेंगे मदद
जानकारी है कि एक्सपर्ट की मदद से छात्रों को हुनरमंद बनाया जाएगा. फिलहाल, 15 जिलों के 60 स्कूलों में इससे जुड़े पायलेट प्रोजेक्ट के अंतर्गत कौशल विकास की ट्रेनिंग छात्रों को दी जा रही है. छात्रों को बेहतर पढ़ाई मुहैया कराने के साथ ही रोजगार और स्वरोजगार के लिए भी तैयार करने का लक्ष्य है, जिस पर काम किया जा रहा है. इस योजना के तहत स्टेप बाई स्टेप सभी परिषदीय स्कूलों में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू किए जाने की तैयारी है. फिलहाल, इससे दक्ष मानव संसाधन तैयार करने में हेल्प होगी. विद्यार्थी प्रारंभ से ही करके सीखने पर जोर देंगे. इस तरह वे खुद का स्टार्ट-अप बड़ी ही आसानी से शुरू कर पाएंगे.

169 संस्थाएं देंगी स्टार्टअप का प्रशिक्षण
वहीं, दूसरी ओर युवाओं के कौशल विकास के लिए स्टार्टअप की स्पेशल ट्रेनिंग निजी संस्थान देंगे. जिसके लिए 169 निजी संस्थानों को चुना जाएगा जिनमें जल्द ही प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए जाएंगे. इससे ऐसे युवा जो अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं उनको बड़ी सहूलियत मिलेगी. युवाओं को ये संस्थाएं सितंबर से ट्रेनिंग देंगी. अगस्त में इन संस्थाओं से एमओयू कराया जाएगा. कार्यक्रम में प्रशिक्षण औद्योगिक मांग के हिसाब से युवाओं को दिया जाएगा जिसका फायदा ये होगा कि इन युवाओं को रोजगार के अच्छे मौके मिलेंगे. हर संस्थान में करीब करीब 250 छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी. इंडस्ट्री की मांग के हिसाब से कोर्स चलाए जाएंगे जोकि तीन से छह माह तक के लिए होंगे.