उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश के युवाओं के लिए हर साल एक लाख सरकारी और 12 से 15 लाख प्राइवेट नौकरी के मौके सृजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में यह घोषणा की है।

सीएम योगी ने शनिवार को एसजीपीजीआई में नव चयनित 1442 स्टाफ नर्सों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान यह बातें कही हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सों का महत्व किसी भी स्थिति में डॉक्टरों से कम नहीं है। चिकित्सकों के मार्गदर्शन में नर्सिंग स्टाफ मरीज के साथ अपने व्यवहार और सेवा के माध्यम से आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि आज हर जनपद में मेडिकल कॉलेज के साथ साथ नर्सिंग कॉलेज भी बन रहा है। मिशन निरामया के अंतर्गत अक्टूबर 2022 में शुरू कार्यक्रम अब पूरे देश में लागू किया जा रहा है। सीएम योगी ने कहाकि 6 साल में 6 लाख सरकारी नियुक्तियां की जा चुकी हैं। पिछले 6 वर्ष के दौरान हर वर्ष हमने 12 से 15 लाख निजी क्षेत्र में नौकरी की संभावनाओं को विकसित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम 2017 में आए थे, तब उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी दर 19 के आसपास थी। आज यह 3 और 4 फीसदी के बीच है। हमने पारदर्शी तरीके के साथ हर व्यक्ति को नौकरी की संभावनाओं से जोड़ने का काम किया है। पिछले 6 वर्षों में हमने पुलिस विभाग में 1 लाख 64 हजार से अधिक नियुक्तियां की हैं। बेसिक शिक्षा परिषद में 1 लाख 26 हजार शिक्षकों की भर्ती की। माध्यमिक शिक्षा में 40 हजार से अधिक भर्तियां की। इन नियुक्तियों पर कोई उंगली नहीं उठा सकता है।

मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र पाने वाली नर्सों से कहा कि उनका पेशा सेवा का है। अस्पताल में आने वाले मरीज और तीमारदार बीमारी के साथ ही आर्थिक बोझ के दबाव में चिड़चिड़े हो जाते हैं। नर्सिंग ऑफिसर को ऐसे में धैर्य दिखाना चाहिए। उनको अपने अच्छे व्यवहार से मरीज और तीमारदारों की मदद करनी चाहिए। ऐसा करके वो मरीज का आधा रोग दूर कर देंगे।