बाबा महाकाल के भक्त अनोखे और निराले हैं जोकि अपनी समस्याओं को बाबा महाकाल से कहते हैं और इन समस्याओं का निदान होने और मनवांछित फल प्राप्त होते ही भक्त पुनः बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचकर सोने-चांदी के साथ ही नगद राशि भी बाबा महाकाल को अर्पित करते हैं।
बाबा महाकाल के भक्त अनोखे और निराले हैं जोकि अपनी समस्याओं को बाबा महाकाल से कहते हैं और इन समस्याओं का निदान होने और मनवांछित फल प्राप्त होते ही भक्त पुनः बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचकर सोने-चांदी के साथ ही नगद राशि भी बाबा महाकाल को अर्पित करते हैं।
बाबा महाकाल के दरबार में शनिवार को कुशलगढ़, राजस्थान से पधारे श्रद्धालु शकुशपाल सिंह राठौर ने भगवान श्री महाकाल का पूजन अर्चन करते हुए उनकी सेवा में एक किलो 165 ग्राम चांदी का सुंदर नक्काशीदार छत्र भेंट किया। वहीं, उज्जैन की ही श्रद्धालु गंगावती गेहलोत ने बाबा श्री महाकाल की सेवा में एक लाख एक हजार एक सौ ग्यारह रुपये अर्पित किए हैं। मंदिर सहायक प्रशासक विनय मोघी ने भगवान श्री महाकाल की तस्वीर भेंट कर दोनों दानदाताओं का सम्मान किया।
बाबा महाकाल के दरबार में शनिवार को कुशलगढ़, राजस्थान से पधारे श्रद्धालु शकुशपाल सिंह राठौर ने भगवान श्री महाकाल का पूजन अर्चन करते हुए उनकी सेवा में एक किलो 165 ग्राम चांदी का सुंदर नक्काशीदार छत्र भेंट किया। वहीं, उज्जैन की ही श्रद्धालु गंगावती गेहलोत ने बाबा श्री महाकाल की सेवा में एक लाख एक हजार एक सौ ग्यारह रुपये अर्पित किए हैं। मंदिर सहायक प्रशासक विनय मोघी ने भगवान श्री महाकाल की तस्वीर भेंट कर दोनों दानदाताओं का सम्मान किया।