नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड आज बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के दौरे पर हैं। वह इंदौर से सड़क मार्ग से होते हुए उज्जैन पहुंच गए हैं। यहां राज्यपाल मंगूभाई पटेल उनकी अगवानी करेंगे, जिसके कुछ देर में वह महाकाल लोक का भ्रमण करेंगे और फिर बाबा महाकाल की पूजा करेंगे। नेपाल के पीएम के दौरे के चलते उज्जैन शहर और महाकाल मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। वहीं, सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

इंदौर की कंपनी को मिला भाषांतरण का जिम्मा
नेपाल के प्रधानमंत्री के भाषांतरण की सेवा प्रदान करने का काम इंदौर की कंपनी को सौंपा गया है। इंदौर की वर्ड डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भाषांतरण का काम करेगी। ये कंपनी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करती है और काफी ज्यादा सक्रीय भी है। अब तक वर्ड डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड ने कई बड़े इवेंट में भाषांतरण की सेवा प्रदान की है। कंपनी को इंग्लैंड में चेंज मेकर कंपनी के नाम से जाना जाता है।

सीएम बोले- सांस्कृतिक रूप से भारत-नेपाल एक जैसे
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि भारत और नेपाल अत्यंत प्राचीन राष्ट्र हैं। भारत और नेपाल भले ही दो शरीर हों पर सांस्कृतिक रूप से वे एक हैं। दोनों का सांस्कृतिक वैभव और संस्कार एक जैसे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध आने वाले दिनों में और भी प्रगाढ़ होंगे।

शहर में की गई आकर्षक साज-सज्जा
नेपाल के प्रधानमंत्री के उज्जैन आगमन पर हरिफाटक ब्रिज चौराहा से महाकाल लोक तक के मार्ग को रंग बिरंगी ध्वजा से सजाया गया है। इस मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े-बड़े कट आउट लगाए गए हैं। महाकाल महालोक में भी विशेष साज सज्जा की गई है। मंदिर के वीआईपी द्वार से नंदीहॉल व गर्भगृह को भी फूलों से सजाया गया है। अति विशिष्ट मेहमान को महाकाल मंदिर में भारतीय धर्म, परंपरा व संस्कृति के दर्शन हों इसलिए महाकाल लोक व मंदिर के भीतर मंगल वाद्य वादन की व्यवस्था की गई है। भस्म रमैया भक्त मंडल के द्वारा झांझ, डमरु और शंख की मंगल ध्वनि की जाएगी।