– हैण्डलूम, पावरलूम, सिल्क, टैक्टाइल्स एवं गारमेटिंग की बनाएगी नई पॉलिसी

– टैक्सटाइल्स पार्क की स्थापना होगी, यूपी का हस्तशिल्प दुनिया भर में बनाएगा पहचान

– वर्तमान टैक्सटाइल पॉलिसी से 10 इकाईयों को स्वीकृत कर अनुदान भी देगी सरकार

राज्य सरकार आत्मनिर्भर यूपी के सपने को पूरा करने के लिए हथकरघा और वस्त्र उद्योग से युवाओं के लिए रोजगार का एक और बड़ा प्लेटफार्म तैयार करने जा रही है। हैण्डलूम, पावरलूम, सिल्क, टैक्टाइल्स एवं गारमेटिंग की नई पॉलिसी 2022 बनाना भी उसकी योजना में शामिल है। नई पॉलिसी बनने से बड़ी मात्रा में प्रदेश भर में रोजगार का सृजन होगा और युवाओं को अपने गांव, जनपद, जिलों में काम करने के ढेरों अवसर मिलेंगे।

प्रदेश में टैक्सटाइल्स पार्क की स्थापना करना भी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। प्रदेश के बनुकरों का जीवन खुशहाल बनाने में जुटी सरकार हैण्डलूम, पावरलूम, सिल्क, टैक्टाइल्स एवं गारमेटिंग पॉलिसी- 2017 के अंतर्गत 15 इकाईयों के पक्ष में लेटर ऑफ कम्फर्ट जारी कर धनराशि का वितरण करेगी। वर्तमान टैक्सटाइल्स पॉलिसी के तहत 10 इकाईयों को अनुदान भी देगी। सरकार के सतत एवं प्रशंसनीय प्रयासों से हथकरघा और वस्त्र उद्योग अपने पुराने वैभव को प्राप्त कर रहा है। योगी सरकार में उत्तर प्रदेश ने हथकरघा विकास में देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में उत्कृष्ट एवं अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से कीर्ति पताका फहराने का काम किया है।

बता दें कि सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हथकरघा और वस्त्र उद्योग को अपनाने और बुनकरों को मजबूती देने के लिये सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं पहले से ही चला रखी हैं। राज्य सरकार बुनकरों को मजबूती देने के लिये कई काम कर रही है। प्रदेश में हथकरघा बुनकरों और बुनाई से सम्बन्धित विषय की पढ़ाई करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने का बड़ा काम किया जा रहा है। कताई और बुनाई विषय की शिक्षा प्राप्त करने वाले इंटर पास छात्रों को प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जा रही है। इसके अलावा बुनाई प्रशिक्षण कालेजों के छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिये नवीन हथकरघा की खरीद, हथकरघा के विभिन्न उपकरणों की खरीद (डाबी, जैकार्ड, कच्चा माल तथा सूत, रंग-रसायन) के लिये सरकार 5 लाख रुपये प्रति कालेज अनुदान भी दे रही है।