‘शिव‘ राज में हर गरीब का होगा पक्का मकान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का लक्ष्य है कि उनकी सरकार में प्रदेश के हर गरीब का अपना पक्का मकान हो। इसके लिए उनकी सरकार लगातार काम भी कर रही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि जल्द ही हर गरीब के सिर पर पक्की छत का सपना साकार किया जाएगा। इसके लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक लाख से अधिक हितग्राहियों को हितलाभ वितरित करेंगे। वे 21 हजार परिवारों को गृह प्रवेश कराएंगे और 30 हजार से अधिक आवासों के लिए भूमि पूजन करेंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंगल क्लिक से 50 हजार हितग्राहियों के बैंक खातों में 500 करोड़ रुपए जमा कराए जाएंगे। इन आवासों की लागत 3900 करोड़ रुपए है। उधर, प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में भी कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सहित नागरिक और लाभार्थी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री हितग्राहियों से वर्चुअल चर्चा भी करेंगे।

गरीब नहीं रहेगा कच्चे मकान में

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संकल्प है कि प्रदेश का कोई भी गरीब कच्चे मकान में नहीं रहेगा। हर व्यक्ति का अपना पक्का मकान होगा। प्रधानमंत्री आवास योजना में वर्ष 2024 तक हर व्यक्ति को पक्का आवास उपलब्ध करा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के इसी संकल्प को पूरा करने के लिये प्रदेश में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस योजना में तेजी से कार्य जारी है और इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।

24 लाख 10 हजार आवास कराए पूर्ण

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 29 मार्च को प्रदेश के 5 लाख 21 हजार हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में गृह-प्रवेश (वर्चुअल) कराया था। प्रदेश में अभी तक इस योजना में 24 लाख 10 हजार से अधिक आवास पूर्ण कराए जा चुके हैं। वर्ष 2016-17 में योजना में 152 आवास पूर्ण हुए थे, वर्ष 2017-18 में 6 लाख 36 हजार, वर्ष 2018-19 में 6 लाख 79 हजार, वर्ष 2019-20 में 2 लाख 71 हजार, वर्ष 2020-21 में 2 लाख 60 हजार एवं वर्ष 2021-22 में 5 लाख 41 हजार से अधिक प्रधानमंत्री आवास पूर्ण कराये जा चुके हैं। योजना के अंतर्गत प्रोजेक्ट में बैगा, सहरिया एवं भारिया जनजातियों के स्वीकृत आवासों में से 23 हजार से अधिक आवास पूर्ण कराए जा चुके हैं।

आंगनबाड़ियों में दिखेगा जन सहयोग का नया स्वरूप

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एडाप्ट एन आंगनवाड़ी अभियान को गति देकर जन-सहयोग से नया स्वरूप दिया जाएगा। आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के लिए खिलौने भी प्रदाय किए जाएंगे। इसके लिए सामाजिक संगठन भी आगे आएं। घरों में अनेक उपयोगी वस्तुएं बिना उपयोग के रखी रहती हैं। मोहल्ला स्तर पर इन्हें एकत्र कर आंगनवाड़ी केन्द्रों और जरूरतमंद लोगों तक पहुँचाने का कार्य किया जाए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  ने कहा कि घरों में उपलब्ध ऐसी दवाओं, जिनकी एक्सपायरी डेट नहीं निकली है, उन्हें चिकित्सकों द्वारा बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर में वितरित करने की परम्परा रही है। प्रति सप्ताह कुछ घंटे इस कार्य के लिए खर्च करते हुए समाज-सेवा की इस परंपरा को फिर से स्थापित किया जा सकता है।

माता-पिता की स्मृति में अस्पताल और विद्यालयों के नामकरण

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों के लिए भी अनेक तरह का योगदान दिया जा सकता है। अनेक लोग इस तरह का योगदान देना भी चाहते हैं। कुछ लोगों के आगे आने से अन्य समर्थ लोगों द्वारा सहयोग देने की मानसिकता बन जाती है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि अनेक विद्यालयों के नामकरण के लिए भी संपन्न वर्ग पहल कर सकता है। माता-पिता की स्मृति में अस्पताल और विद्यालयों के नामकरण की शुरुआत हुई है, इसे जारी रखना चाहिए।

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल