हाल ही में नासा (NASA) ने मंगल ग्रह (Mars) पर क्लाउड स्पॉटिंग परियोजना का शुभारंभ किया है। आप भी इस शोध में सहायता कर सकते हैं। प्रोजेक्ट के तहत लोगों द्वारा दी गई जानकारी से संस्था के शोधकर्ताओं को मंगल के वातावरण के शोध में काफी मदद मिलेगी।

अंतरिक्ष नासा (NASA) के वैज्ञानिक मंगल ग्रह (Mars) पर मौजूद वातावरण के रहस्य पर शोध कर रहें है। हाल ही में नासा ने मंगल ग्रह पर क्लाउड स्पॉटिंग परियोजना का शुभारंभ किया है। आप भी इस शोध में सहायता कर सकते हैं। नासा के वैज्ञानिकों ने नागरिक विज्ञान मंच जूनिवर्स के माध्यम से लोगों द्वारा लाल ग्रह, मंगल के बादलों को पहचानने के लिए अपील की है। लाल ग्रह कहे जाने वाले मंगल ग्रह पर क्लाउड स्पॉटिंग परियोजना को सिटीजन साइंस सीड फंडिग प्रोग्राम द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।

इस परियोजना का संचालन इंटरनेशनल इंटीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमिकल साइंसेज संस्था कर रही है। प्रोजेक्ट के तहत लोगों द्वारा दी गई जानकारी से संस्था के शोधकर्ताओं को मंगल के वातावरण के शोध में काफी मदद मिलेगी। इसके साथ ही परियोजना में वेबिनार भी शामिल होगा, जिससे लोगों और वैज्ञानिकों के बीच समझ विकसित होगी।

कैसा है मंगल का वातावरण

मंगल पर वर्षों पहले जीवन होने के सबूत वैज्ञानिकों को मिल चुके हैं। लेकिन समय के साथ ऐसा क्या हुआ कि ग्रह ने अपना वातावरण खो दिया। ग्रह का वातावरण पृथ्वी की तुलना केवल 1 प्रतिशत ही घना है। लेकिन सबूत बताते हैं कि बीते समय में ग्रह का वातावरण काफी मोटा हुआ करता था। इस बात का पता वहां मौजूद पानी के सबूत से चलता है। लेकिन अब हवा का दबाव इतना कम हो गया है कि पानी सतह पर नहीं रह पाता, वाष्पीकृत हो जाता है। इसी विषय पर शोध में मदद के लिए नासा (NASA) द्वारा लोगों को आमंत्रित किया गया है।