पैसों की तंगी के साथ-साथ अपने ख्वाबों को कैसे पूरा किया, यह आप बिहार की बबली से सीख सकते हैं। बिहार पुलिस की कांस्टेबल बबली कुमारी डीएसपी बनेंगी। बेगूसराय जिला बल की महिला कांस्टेबल बबली  66वीं बीपीएससी परीक्षा में चयनित हुई हैं। 208वीं रैंक हासिल कर उन्होंने महिलाओं और उन लोगों के आगे शानदार मिसाल पेश की है जो पैसों की कमी के चलते अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते। आज आईएएस और आईपीएस अफसर बबली की जमकर तारीफें कर रहे हैं। बबली घर चलाने व अपने छोटे बच्चे को संभालने के साथ-साथ बीपीएससी की पढ़ाई के लिए समय निकाल रही थी। लगातार कठिन परिश्रम व लगन से तैयारी करती रहीं। आज वह महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।

आईएएस अवनीश शरण ने ट्वीट कर कहा, ‘बबली कुमारी ने वर्ष 2015 में बिहार पुलिस में बतौर कांस्टेबल जॉइन किया। वर्तमान में बेगूसराय में तैनात थीं। अपने कर्तव्य निर्वहन के साथ परिवार संभाला, पढ़ाई निरंतर जारी रखी। कठिन परिश्रम और चुनौतियों का सामना कर BPSC परीक्षा उत्तीर्ण की और अब DSP ट्रेनिंग के लिए जा रहीं।’  रिटायर्ड आईपीएस आरके विज ने लिखा, ‘इच्छाशक्ति की जीत हुई, मेहनत रंग लाई। डीएसपी बबली को बधाई, आप दूसरों के लिये प्रेरणा स्रोत हैं।’

बबली की शादी 2013 में हुई थी। साल 2015 में उन्हें कांस्टेबल की नौकरी मिली। उन्हें उनके ससुराल वालों ने पूरा सपोर्ट किया।अपनी सफलता के बारे में बबली ने कहा, ‘मने में आना चाहिए कि हमें कुछ करना है। मैंने हमने घर वालों से अपना विचार साझा किया। घर वालों ने कहा कि अगर करना चाहती है तो कर लो, लेकिन नौकरी कोई भी बुरी नहीं होती। तो मैंने कहा कि क्यों न मैं इससे अच्छा करूं। तो फिर घर वालों ने कहा कि ठीक है तैयारी करो। मैंने ड्यूटी के साथ-साथ तैयारी की। लेकिन मेरा मेन्स क्लियर नहीं पा रहा था। ड्यूटी और पढ़ाई साथ-साथ करना मुश्किल था। तो मैं पटना चली गई, वहां रहकर मैंने पढ़ाई की और मेन्स क्लियर किया। इस सफलता से मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। अगर भी आगे बढ़ सकता है। मैं कर सकती हूं तो कोई भी बढ़ सकता है। मन तो मेरा शुरू से था लेकिन पहले घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। तो पहले जो नौकरी मिली, वो ले ली। पहले कांस्टेबल की सरकारी नौकरी मुझे मिली, तो मैंने ले ली।’

अगस्त माह की शुरुआत में बिहार लोक सेवा आयोग ने बीपीपीएससी 66वीं का रिजल्ट जारी किया था। परीक्षा में 685 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए।  कुल 689 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा ली गई थी। मुख्य परीक्षा का रिजल्ट 13 अप्रैल 2022 को घोषित किया गया था। लिखित परीक्षा में सफल 1838 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। इसमें कुल 1768 उम्मीदवार शामिल हुए। वहीं 70 अनुपस्थित रहे। कुल 689 रिक्तियों के विरुद्ध संयुक्त मेधा सूची तैयार की गई। जिसके तहत विभागवार एवं रिक्तिवार सेवा आवंटन किया गया।