नशामुक्त गांव को 2 लाख का पुरस्कार

मुख्यमंत्री ने कहा बेटी फ्रेंडली हो हमारी पंचायतें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की समरस पंचायतों में नशा मुक्ति अभियान चलाया जाए। इस दौरान गांवों को नशा मुक्त किया जाए। नशा मुक्त गांव को हम 2 लाख रुपए का पुरस्कार देंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि समरस पंचायतों सहित सभी पंचायतों में बेटियों का मान, सम्मान और इज्जत बढ़े। बेटा-बेटी को बराबर माना जाए। माँ, बहन, बेटी की तरफ गलत नजर से देखने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में निर्विरोध निर्वाचन द्वारा समरस पंचायतों का गठन करने वाले प्रतिनिधियों के अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि समरस पंचायतों में नशा मुक्ति का अभियान चलाया जाए। नशा मुक्त गांव को विशेष रूप से 2 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। ग्राम को नशा मुक्त बनाने के लिए आपसी बातचीत और विभिन्न प्रेरणास्पद गतिविधियों से वातावरण निर्मित किया जाए। यह सुनिश्चित करें कि हमारी पंचायतें “बेटी फेंडली” हों। समरस पंचायतों सहित सभी पंचायतों में बेटियों का मान, सम्मान और इज्जत बढ़े। बेटा-बेटी को बराबर माना जाए। माँ, बहन, बेटी की तरफ गलत नजर से देखने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

गांव में लड़ाई-झगड़ा न हो यह तय करें पंचायतें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समरस पंचायतों को अपनी प्राथमिकता तय कर कार्य करना होगा। हम यह प्रण लें कि गाँव में कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं होगा। यदि कोई विवाद होता है तो उसे बातचीत से सुलझाया जाएगा, जिससे हम अपना समय और पैसा कोर्ट-कचहरी में बर्बाद नहीं होने देंगे। साथ ही यह भी हमारी प्राथमिकता हो कि केंद्र और राज्य की सभी योजनाओं का लाभ पंचायत के प्रत्येक पात्र व्यक्ति को उपलब्ध कराया जाए। ग्राम पंचायत में सभी लोग मिल-बैठकर अगले पांच साल की विकास की कार्य-योजना तय करें और उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। ग्राम पंचायत में स्वच्छता, वृक्षारोपण, बच्चों को कुपोषण से मुक्त करना, दिव्यांगों का सर्वे कर उन्हें संबंधित योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराना, मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना में प्रत्येक पात्र व्यक्ति को आवास के लिए भूमि उपलब्ध कराना, गाँव को नशा मुक्त करना, गाँव में असामाजिक तत्वों और अवैधानिक गतिविधियों को न होने देना प्राथमिकता में शामिल किया जाए।

समय पर कर चुकाने की डालें आदत

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गाँव-गाँव में अमृत सरोवर तथा अन्य जल संरचनाएँ बनाकर पानी बचाने के काम को प्राथमिकता पर लिया जाए। साथ ही सौर ऊर्जा को अपनाने और बिजली बचाने की गतिविधियों को भी हमें आत्मसात करना होगा। हमें सिंचाई के लिए जल कर तथा अन्य करों को समय से चुकाने की आदत डालनी होगी, इससे प्राप्त राशि ही विकास का आधार है।

सबसे पहले प्रदेश ने की महिला आरक्षण की व्यवस्था

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि  देश में सर्वप्रथम मध्यप्रदेश में ही पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई। महिलाओं में नेतृत्व क्षमता के साथ कर्मठता की कोई कमी नहीं है। इंदौर ने महिला महापौर के नेतृत्व में स्वच्छता के क्षेत्र में देश में कीर्तिमान स्थापित किया है। ग्राम पंचायतों में निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधि जनता की सेवा और गाँव के विकास में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगी।

630 सरपंच हुए निर्विरोध निर्वाचित

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में 630 सरपंच, 157 जनपद पंचायत सदस्य और एक जिला पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। किसी भी पंचायत में सरपंच का निर्वाचन निर्विरोध रूप से होने पर 5 लाख रुपए, सरपंच पद के लिए वर्तमान और पिछला निर्वाचन निरंतर निर्विरोध होने पर 7 लाख रुपए तथा सभी पंच और सरपंच निर्विरोध निर्वाचित होने पर 7 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन होने पर पंचायत को 12 लाख रुपए और पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन निर्विरोध होने पर पंचायत को 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल