लखनऊ/वाराणसी। मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में शहर में प्रस्तावित आगामी जी-20 बैठक की तैयारियों के संबंध में कमिश्नरी सभागार में बैठक आयोजित हुई, जिसमें उन्होंने अब तक हुई तैयारियों को परखा तथा शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि जी-20 की बैठक के लिए वाराणसी चयन किया जाना बेहद गौरवमयी और बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने वाराणसी शहर को मिले इस मौके को भुनाने को कहा, ताकि यहां से जाने के बाद सभी वाराणसी के बारे में चर्चा करें और लोग वाराणसी के तरफ आकर्षित हों। उन्होंने कहा कि वाराणसी के बारे में कॉफी टेबल बुक तैयार की जाये, जिसे सभी डेलिगेट को दिया जाए। इसके अलावा एक मैग्ज़ीन भी डिजिटल रूप में बनाया जाये।
उन्होंने कहा कि पुलिस का व्यवहार बहुत ही अच्छा एवं फ्रेंडली होना चाहिए, ताकि सभी को उत्तर प्रदेश पुलिस पर गर्व हो। उन्होंने अग्निशमन विभाग को किसी भी आपात स्थिति के लिये पूरी तरह से तैयार रहने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि ईवेंट से पहले सभी तैयारियों की पूरी माकड्रिल कर ली जाए।
उन्होंने कहा कि जो पेंटिंग की जाये उसको पूरा लाइन बाई लाइन किया जाये। बिजली तार, डिवाइडर, रेलिंग इन सभी कार्यों पर भी तेजी लायी जाये। उन्होंने सेल्फी प्वाइंट बनाने का भी निर्देश दिया, जिस पर नगर आयुक्त ने कहा कि सेल्फी पॉइंट निर्माणाधीन है। मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग को सभी सड़कों, डिवाइडर की पेंटिंग में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने पेंट हो चुके डिवाइडर की धुलाई कराने के लिये भी कहा।
मुख्य सचिव ने बिजली विभाग को शहर में पोल पर बचे बेतरतीब तारों को जल्द-जल्द हटाने तथा जगह-जगह रखे गए ट्रांसफॉर्मर को भी सुन्दर रूप देने के निर्देश दिये। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अभियंता को निर्देशित करते हुए कहा जिस भी सड़कों का निर्माण या मरम्मत कार्य कराया जाए, उसकी गुणवत्ता उच्च स्तरीय होनी चाहिये तथा 15 अप्रैल तक सभी कार्यों को पूरा करा लिया जाये।
इससे पूर्व, मुख्य सचिव ने प्रातः जी 20 से सम्बन्धित मार्गों तथा कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर कारिडोर पहुंचे और बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन किया। इसके पश्चात् गंगा से आने वाले मंदिर मार्ग सहित सभी स्थलों का निरीक्षण किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से गोलगड्डा सड़क देखते हुए कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां पर्यटन सूचना केन्द्र, टैक्सी स्टैंड, कैफेटेरिया व अन्य सुविधाओं की जानकारी ली।
बैठक में नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि आगामी जी-20 के लिए 6 प्रमुख रूट प्रस्तावित हैं, जिसमें 10 प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी है। मुख्य तैयारी विकास प्राधिकरण व नगर निगम के द्वारा की जा रही। आगामी जी-20 के लिए 6 समितियां बनी हैं, जिनके बीच कार्यों का बटवारा किया गया है। बाबतपुर से हरहुआ, हरहुआ से अतुलानंद चौराहा तक लगभग 60 फीसदी कार्य पूरे हो चुके हैं, जिसमें सीजनल प्लांटेशन, ग्रीनरी, पेंटिंग इत्यादि सम्मिलित हैं, ताकि सुन्दर परिदृश्य दिया जा सके।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विद्यार्थियों के द्वारा की गयी तैयारियों के संबंध में अवगत कराते हुए बनने वाली मानव श्रृंखला के बारे में भी बताया गया। विद्यालयों में जी-20 से संबंधित क्विज, लेखन आदि प्रतियोगिता भी लगातार चल रही हैं। आगामी 9 अप्रैल को जी-20 साइक्लोथॉन का आयोजन भी हो रहा हैं। 20 विद्यालयों को ‘वन स्कूल-वन कंट्री’ के तहत भी तैयार किया गया है, ताकि उस देश के सॉन्ग, म्यूजिक, डांस आदि को अच्छे से प्रदर्शित कर सके। आगामी 28 अप्रैल को आम जनता के लिए भी जी-20 क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही।
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष द्वारा भवनों, फ्लाइओवर एवं मार्गों के दोनों तरफ के बाउंड्रीवाल पर फसाड व थीम पेंटिंग का कार्य, टीएफसी के पास सड़कों के कार्य, भवनों की पेंटिंग इत्यादि के बारे में जानकारी दी गयी। पर्यटन व संस्कृति विभाग द्वारा भी अपनी तैयारियों के बाबत मुख्य सचिव को अवगत कराया गया।
एडीएम प्रोटोकोल द्वारा बताया गया कि लगभग 32 संस्थाओं ने कॉन्टेक्ट किया गया है, जिसमें 60 पर्सनल हैं। होटलों पर सुरक्षा के लिए व्यवस्था की गयी है तथा संपर्क अधिकारियों की ट्रेनिंग करा ली गयी है। खाद्य विभाग द्वारा खान पान के निरीक्षण के लिये टीम लगायी गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सभी जगह स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में की गयी तैयारियों की भी जानकारी दी गयी।
पुलिस विभाग द्वारा जी-20 के चिन्हित स्थलों पर की गयी सुरक्षा की पूरी जानकारी दी गयी। अग्निशमन अधिकारी एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा द्वारा अपनी तैयारियों के बारे में पूरी जानकारी दी गयी।
बैठक में आयुक्त वाराणसी मण्डल, पुलिस कमिश्नर वाराणसी, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, नगर आयुक्त, विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा संबंधित विभाग के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।