प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को विंध्य क्षेत्र के लगभग 3000 गांवों को पेयजल संकट से मुक्ति दिलाने जा रहे हैं। सतना जिले 2251 गांवों में घर-घर पेयजल सप्लाई किया जाएगा। दरअसल सतना और रीवा जिले को पूरी तरह से पेयजल संकट से मुक्ति दिलाने पीएम मोदी 24 अप्रैल को बाणसागर और टमस समूह जल प्रदाय योजना का शिलान्यास करेंगे।

इसमें 6000 करोड़ रुपये खर्च कर 33.90 लाख आबादी को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना में रीवा जिला पूरी तरह कवर हो जाएगा तो सतना जिले के शेष तीन ब्लॉक भी लाभान्वित होंगे। तीन योजनाओं का एक साथ शिलान्यास होगा। 6000 करोड़ की यह योजना तीन हिस्से में है। जिसे जलजीवन मिशन के तहत जल निगम पूरा करेगा। पहला हिस्सा सतना बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना फेज 2 है। यह 2319 करोड़ का है। इसमें सतना जिले के 785 और रीवा जिले के 210 गांवों में पेयजल पहुंचाया जाएगा। दूसरा हिस्सा 2319 करोड़ की रीवा बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना है। इसमें रीवा जिले के 1411 गांवों में पेयजल पहुंचाया जाएगा। तीसरा हिस्सा 951 करोड़ रुपये की टमस ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना है, इसमें जिले के 360 गांवों को पेयजल पहुंचाया जाएगा।

टमस प्रोजेक्ट टमस ग्रामीण समूह जल प्रदाय परियोजना में कुल 630 गांवों को पेयजल दिया जाएगा। इसमें जवा 237, त्योंथर 261 और गंगेव के 66 गांव, नईगढ़ी विकासखंड के 66 गांव शामिल किए गए हैं। इससे 7.04 लाख लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा, इस प्रोजेक्ट का ठेकेदार एनसीसी लिमिटेड हैदराबाद है। दो साल में प्रोजेक्ट पूरा होगा।

रीवा बाणसागर परियोजना इसमें कुल 1411 गांवों को पेयजल लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध दिया जाएगा। इसमें विकासखंड रायपुर कर्चुलियान के 242, रीवा के 107, सिरमौर के 122, मऊगंज के 284, गंगेव के 183 गांव, हनुमना के 293 और नईगढ़ी विकासखंड के 180 गांव शामिल किए गए हैं। इससे 14.47 लाख लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। इस प्रोजेक्ट का ठेकेदार दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड एंड स्काईवे इंफा प्रोजेक्ट प्रा. लिमिटेड है। दो साल में प्रोजेक्ट पूरा होगा। इसका इंटेक वेल सतना जिले के रामनगर विकास खंड के झिन्ना गांव में बनाया जाएगा।

ऐसी है सतना बाणसागर फेज 2 योजना
सतना बाणसागर फेज 1 में जिले के सोहावल, मझगवां और नागौद विकासखंड छूट गए थे। फेज 2 में इन्हें शामिल कर लिया गया है। इसमें कुल 995 गांवों को पेयजल दिया जाएगा। सोहावल के 238 गांव, मझगवां के 304 और नागौद के 243 गांवों सहित रीवा विकासखंड के 88 और सिरमौर के 122 गांव शामिल किए गए हैं। इससे 12.37 लाख लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा।