लखनऊ: मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र ने ‘मेरी माटी-मेरा देश’, ‘हर घर तिरंगा’ व वृक्षारोपण अभियान, ‘विभिषिका दिवस’, ‘स्वतंत्रता दिवस’ कार्यक्रमों की तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समीक्षा कर मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिये।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि देश के लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जागृत करने के उद्देश्य से 13 से 15 अगस्त, 2023 तक सभी सरकारी- गैरसरकारी दफ्तरों, संस्थानों, सार्वजनिक स्थलों, घरों पर सम्मान के साथ तिरंगा फहराया जाये। गत वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की गई थी। प्रदेश में 5 करोड़ 25 लाख झंडे फहराकर इस अभियान को सफल बनाया गया था। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरी ऊर्जा व उत्साह के साथ इस अभियान को सफल बनाया जाये। सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों व घरों में तिरंगा फहरना चाहिये।
उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर स्वयं सहायता समूह, एनजीओ, एमएसएमई, खादी एवं ग्राम उद्योग, निजी सिलाई केन्द्र के माध्यम से झण्डे तैयार कराये जायें। आवश्यकतानुसार झण्डे डाक विभाग द्वारा भी क्रय किये जा सकते हैं। जनपदों में झण्डों का वितरण 12 अगस्त तक अवश्य करा दिया जाए, ताकि 13 अगस्त को झंडा घरों में लग सके। ग्रामीण क्षेत्रों में झण्डों के वितरण के लिये जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी, ब्लाक स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी, पंचायत स्तर पर ग्राम विकास अधिकारी अथवा ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत सहायक व ग्राम प्रधान को नोडल नामित किया जाये। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में वितरण के लिये जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी तथा शहरी निकायों में वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल नामित किया जाये।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, आशा बहुओं, बीट कांस्टेबल, लेखपाल, शिक्षामित्र के माध्यम से गांव के प्रत्येक घर में तथा शहरी क्षेत्र में रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, स्वयं सहायता समूहों, निगम पार्षदगा, बीट कांस्टेबल, लेखपाल व शिक्षामित्र आदि के माध्यम से प्रत्येक घर में झण्डे का वितरण कराया जाये। जनपद में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पद्मविभूषण, परमवीर चक्र, अशोक चक्र, शौर्य चक्र, वीरता पुरस्कार तथा राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्राप्त करने वाले संभ्रात नागरिकों अथवा उनके परिजनों को अधिकारी स्वयं जाकर झण्डा दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अभियान का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार कराया जाये। इस अभियान में समाज के हर एक वर्ग को हर तबके को हर सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, एनसीसी कैडेट, नेहरू युवा केंद्र, गांव के नवयुवक मंगल दल, महिला स्वयंसेवी संगठनों, खेल, ज्यूडिशरी, व्यापारी संगठन आदि को जोड़ा जाये। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों बलिदानी वीरों, सेना और पुलिस के शहीदों के परिजनों को ब्लॉक पर जिले में कार्यक्रमों में बुलाकर उन्हें सम्मानित किया जाए। सीएसआर फण्ड के माध्यम से स्लम एरिया व बीपीएल कार्ड धारकों को झण्डे का वितरण कराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कि तिरंगा हमारे देश के सम्मान, आन, और संप्रभुता का प्रतीक है। हर घर पर झण्डा विधिवत तरीके से लगाया जाये। प्रत्येक नागरिक द्वारा झण्डा संहिता का अनुपालन किया जाये। कहीं भी राष्ट्र ध्वज का अपमान न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाये। झण्डा उतारने के बाद किसी भी नागरिक के द्वारा फेंका न जाये, बल्कि उसे सम्मान के साथ संजो के रखा जाये। सरकारी कार्यालयों में सूर्योदय के उपरान्त ध्वजारोहण किया जाये तथा सूर्यास्त के साथ ही सम्मान के साथ झण्डे को उतारा जाये। सभी स्थलों पर इस दौरान पूरी साफ सफाई रहे। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि अभियान का शुभारम्भ मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा काकोरी शहीद स्मारक प्रांगण में शिलाफलकम् को स्थापित कर किया जा चुका है। अभियान की सभी तैयारियों को समय से पूरा कराते हुये विभिन्न कार्यक्रमों को समय-सारिणी के अनुसार पूरे उत्साह के साथ संपन्न कराया जाये। अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत व नगरीय निकाय में विद्यालय के समीप शिलाफलकम् की स्थापना करायी जाये और उसका भव्य कार्यक्रम के साथ अनावरण कराया जाये। कार्यक्रम में जल, वायु, थल सेना व पैरामैलिट्री, पुलिस फोर्स आदि में शहीद हुये सैनिकों व पुलिस कर्मियों के परिजनों तथा भूतपूर्व सैनिकों को आमंत्रित किया जाये। कार्यक्रम में शहीद हुये सैनिकों व पुलिस कर्मियों के बारे में जानकारी दी जाये और उनके परिजनों द्वारा भी वीरों के बारे में अनुभवों को साझा कराया जाये। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंचप्रण की शपथ दिलायी जाये।
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत बच्चों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करने के लिये विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाये और उन्हें कार्यक्रम में पुरस्कृत भी किया जाये। अभियान के तहत ग्राम पंचायत के अमृत सरोवर व जल स्रोत के समीप 75 पेड़ों की अमृत वाटिका स्थापित की जाये।
उन्होंने कहा कि भारत के विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना और वेतना का स्मरण कराने के लिये हर जिले में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस मनाया जाये। देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है, भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न भोगनी पड़े, इसलिये विभाजन के दौरान रोंगटे खड़े करने वाली घटनाओं पर आधारित प्रदर्शनी लगायी जाये।
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर विधान सभा के सामने 9 बजे से 10 बजे तक स्वाधीनता दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण गांवों एवं नगरों में कराया जाये। जनपद स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन 10 से 11 बजे के मध्य किया जाये। कार्यक्रम को माटी को नमन और वीरो का वंदन करते हुये मनाया जाये।
उन्होंने कहा कि हमारा देश अनेकता में एकता का प्रतीक है। कार्यक्रम में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना उजागर होना चाहिये। देश की विविधताओं पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाये। कार्यक्रम में प्रदशर्नी भी लगायी जाये, जिसमें वीर गाथा, आजादी के बाद प्रदेश व देश की प्रगति व प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाये। कार्यक्रम में सभी के हाथ में तिरंगा झण्डा होना चाहिये।
उन्होंने कहा कि ‘मेरी माटी-मेरा देश’ व ‘हर घर तिरंगा’ अभियान, ‘विभिषिका दिवस’, ‘स्वतंत्रता दिवस’ के तहत आयोजित कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को सम्मान के साथ अवश्य आमंत्रित किया जाये। आयोजित सभी कार्यक्रमों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी अवश्य करायी जाये और उसे सम्बन्धित पोर्टल पर अपलोड कराया जाये। उन्होंने जोर देकर कहा कि दिनांक 9 से 15 अगस्त तक पूरे प्रदेश में देशभक्ति का वातावरण होना चाहिये। कार्यक्रम स्थलों पर विशेष तौर पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जाये।
उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान-2023 के तहत 15 अगस्त को प्रदेश में 5 करोड़ पौधों का रोपण किया जाना है। पौधरोपण की समस्त तैयारियों को समय से पूरा करा लिया जाये और निर्धारित लक्ष्य से अधिक पौधों का रोपण कराना सुनिश्चित किया जाये। पौधों की ढुलाई का कार्य 12 अगस्त तक पूर्ण हो जाये। पौधरोपण के लिये स्थल चयन में अमृत सरोवर व जलस्रोतों के समीप स्थलों को प्राथमिकता दी जाये। सभी स्थलों की जियो टैगिंग और पौधों की फोटो हरितिमा एप पर अवश्य अपलोड करायी जायें। अभियान के तहत गत 22 जुलाई को 30.21 करोड़ पौधों का रोपण कराकर नवीन कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके लिये उन्होंने सभी मण्डलायुक्तों व जिलाधिकारियों को बधाई भी दी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वन श्री मनोज सिंह, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव नियोजन श्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।