लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा चीनी सीजन 2023-24 हेतु गन्ना किसानों के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (एफ0आर0पी0) को अब तक के उच्चतम 315 रुपये प्रति कुन्तल करने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय गन्ना किसानों के स्वावलम्बन से समृद्धि की यात्रा को नये आयाम प्रदान करेगा। आज खुशहाल किसान ही नये भारत की पहचान है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्रीय मंत्रिमण्डल द्वारा किसानों के कल्याण के लिए 3,70,128.7 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ किसानों के लिए नवीन योजनाओं के विशेष पैकेज को स्वीकृति प्रदान करने के निर्णय के प्रति भी आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह विशेष पैकेज अन्नदाता किसानों की समृद्धि, धरती माता की उर्वरता, पोषण व उत्पादकता को पुनर्जीवित करने के साथ ही खाद्य सुरक्षा व पर्यावरणीय स्थिरता को सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होगा।

ज्ञातव्य है कि सी0सी0ई0ए0 ने किसानों के कल्याण, भूमि की उत्पादकता को पुनर्जीवित करने और खाद्य सुरक्षा एवं पर्यावरणीय स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए ‘पी0एम0-प्रणाम’ सहित कई योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। इसके अन्तर्गत सी0सी0ई0ए0 ने यूरिया सब्सिडी योजना को जारी रखने की स्वीकृति प्रदान की है। पैकेज में तीन वर्षाें (2022-23 से 2024-25) के लिए यूरिया सब्सिडी हेतु 3,68,676.7 करोड़ रुपये आवंटित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। गोबरधन संयंत्रों से जैविक उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए बाजार विकास सहायता (एम0डी0ए0) के लिए 1451.84 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं। गोबरधन संयंत्रों से निकलने वाली पराली और जैविक खाद का उपयोग मृदा की उर्वरता बढ़ाने और पर्यावरण को सुरक्षित व साफ रखने के लिए किया जाएगा। मृदा में सल्फर की कमी को दूर करने और किसानों की इनपुट लागत को कम करने के लिए सल्फर कोटेड यूरिया (यूरिया गोल्ड) की शुरूआत भी की जा रही है।

इन योजनाओं से कृषि लागत कम होगी और उत्पादकता बढ़ेगी। साथ ही, प्राकृतिक खेती, नैनो यूरिया और ऑर्गेनिक खाद जैसे नये विकल्पों को बढ़ावा देने से कृषि में उपयोग होने वाली भूमि के स्वास्थ्य में बहुत सुधार आएगा।