मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में प्रदेश में मिलेट्स के उत्पादन एवं उपयोग पर बैठक आयोजित की गई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है, इसलिये नियमित कार्यक्रमों की भांति कार्य न करके विशेष ध्यान देकर इसे विश्व पटल पर लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ज्वार, बाजरा, सावां, कोदो, काकुन, रागी, कुटकी, चेना, कुट्टू, चौलाई की फसलें की जाती है, इनमें प्रचुर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, कैल्सियम तथा आयरन आदि पोषक तत्व पाये जाते हैं। आज के दौर में लोग मिलेट्स के महत्व को भूलते जा रहे हैं, लोगों को जागरूक करने के लिये वृहद स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चलाया जाये।
उन्होंने कहा कि आगामी माह में जी-20 से सम्बन्धित सभी आयोजनों व ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में मिलेट्स की ब्राण्डिंग व मार्केटिंग करायी जाये। इसके अतिरिक्त सचिवालय स्थित कैन्टीन व आकांक्षा मसाला मठरी केन्द्र को मिलेट्स उत्पाद एवं उससे तैयार होने वाले पकवान उपलब्ध कराने के लिये निर्देशित किया जाये। विभागीय बैठकें व कार्यक्रमों में मिलेट्स से तैयार उत्पाद एवं व्यंजनों को परोसा जाये।
उन्होंने कहा कि मिलेट्स से सम्बन्धित स्टार्टअप व एफपीओ को प्रोत्साहित किया जाये। मिलेट्स की पैदावार बढ़ाने के लिये जनपदवार कार्ययोजना तैयार की जाए। मिलेट्स की खेती में सिंचाई हेतु पानी की आवश्यकता कम होती है, इसलिये मिलेट्स की खेती हेतु खाली पड़े असिंचित क्षेत्र को भी चिन्हित किया जाये। सामान्य बीज एवं निःशुल्क बीज मिनीकिट वितरण किया जाए। मिलेट्स की खेती एवं मूल्य संवर्धन पर कार्य करने वाले प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों में किसानों तथा कर्मचारियों का एक्सपोजर विजिट कराया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों तथा मिड-डे मील कार्यक्रम के अंतर्गत मिलेट्स के उत्पादों को सम्मिलित करने का सुझाव दिया। अध्यापकों के माध्यम से स्कूल में छात्र-छात्राओं को मिलेट्स के महत्व के बारे में जागरूक किया जाए। विद्यालयों में क्विज, निबंध प्रतियोगितायें व प्रोजेक्ट वर्क आदि कराये जायें। उत्तर प्रदेश के समस्त होटल एवं रेस्टोरेंट में मिलेट्स के विभिन्न उत्पादों को मेन्यू में शामिल कराया जाए। खाद्य उत्पादों को तैयार करने वाले शेफ को ट्रेनिंग दी जाए। उन्होंने मिलेट्स को प्रमोट करने के लिये शेफ कम्पटीशन आयोजित कराने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मंडियों में मिलेट्स के आउटलेट एवं स्टोर की स्थापना की जाए।
उन्होंने कहा कि मिलेट्स को लेकर लोगों के मन में कई सारी भ्रांतियां रहती है, इस पर अध्ययन कराकर लोगों की भ्रांतियां समाप्त करने लिये, भ्रांति और वास्तविकता पर आधारित पम्पलेट तैयार कराये जाये। मिलेट्स के विभिन्न उत्पादों को तैयार करने की रेसिपी से लोगों को जागरूक किया जाये। स्वयं सहायता समूहों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जाये। इसके अतिरिक्त विभाग भी अपने स्तर से मिलेट्स को प्रमोट करने के लिये अभिनव प्रयास कर सकते हैं।
इस अवसर पर बैठक में आये एफ0पी0ओ0 व स्टार्ट अप के प्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने सुझाव दिये और मिलेट्स से बने उत्पाद मुख्य सचिव को भेंट किये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।