मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल खजुराहो को दो फिक्स्ड-विंग (उड़ान प्रशिक्षण संगठन) एफटीओ और एक हेलीकॉप्टर एफटीओ की सौगात मिली है। साथ ही वाराणसी से खजुराहो के लिए सीधी फ्लाइट भी चलेगी।

विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो की पहचान अब फ्लाइट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन (एफटीओ) केंद्र के रूप में भी होगी, जहां युवा हेलीकॉप्टर और विमान उड़ाने का प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगे। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छतरपुर जिले के खजुराहो में दो एफटीओ केंद्र का लोकार्पण किया। इस मौके पर सिंधिया ने शीघ्र ही खजुराहो से वाराणसी के बीच वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट की सेवा आरंभ करने की घोषणा की।

सिंधिया ने कहा कि खजुराहो में प्रारंभ हुए दो फ्लाइट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन (एफटीओ) में से एक देश का नहीं, बल्कि एशिया का महत्वपूर्ण कमर्शियल हेलीकॉप्टर पायलट लाइसेंस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है। अब खजुराहो की पहचान न केवल एक पर्यटक स्थल के रूप में बल्कि एक एफटीओ केंद्र के रूप में भी होगी। एफटीओ की मदद से अब खजुराहो और आसपास के युवा पायलट बनने का प्रशिक्षण हासिल कर विमान या हेलीकॉप्टर को ही नहीं, अपने देश को भी और ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल, मध्य प्रदेश के संस्कृति और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला के साथ जनप्रतिनिधि, केंद्र एवं राज्य सरकार के अधिकारी मौजूद रहे।

इंडियन फ्लाइंग एकेडमी
इंडियन फ्लाइंग एकेडमी शौर्य फ्लाइट सिम प्राइवेट लिमिटेड की एक इकाई है, जिसे प्रधानमंत्री की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत खजुराहो हवाई अड्डे पर स्थापित किया गया है। इसने पांच विमान अधिग्रहित किए हैं। इनमें से चार आ चुके हैं। इन चार में से तीन विमान सिंगल-इंजन विमान हैं जिनमें दो डायमंड डीए 40, एक इवेक्टर और एक मल्टी इंजन विमान-डायमंड डीए 42 शामिल हैं। भारतीय फ्लाइंग अकादमी में प्रति बैच उड़ान प्रशिक्षण के लिए 40 छात्रों की क्षमता होगी और एफटीओ में प्रति वर्ष 2 बैच होंगे।