मध्यप्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर सूचना प्रौद्योगिकी का बड़ा गढ़ बन चुका है। पिछले साल यहां से होने वाले आईटी एक्सपोर्ट ने 50% की रफ्तार से वृद्धि दर्ज की है। शहर में इस समय पांच आईटी पार्क है और उसमें जगह नहीं बची है। कई सॉफ्टवेयर कंपनियां काम करने की जगह तलाश रही है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भी कई बड़ी कंपनियों ने इंदौर में दफ्तर खोलने में रुचि दिखाई है।

आईटी कंपनियां बेंगलुरू, पुणे और हैदराबाद के बाद अब इंदौर का रुख कर रही है। 2022 में आठ बड़ी कंपनियों ने अपना काम शुरू किया है। 2023 में भी एलएंडटी इंफोटेक जैसी बड़ी कंपनी अपना दफ्तर इंदौर में खोलने की तैयारी में है। इंफोसिस और टीसीएस के इंदौर ऑफिस खुलने के बाद कई बड़ी कंपनियों ने इंदौर का रुख किया है। इनमें जापानी कंपनी राकुटेन के साथ-साथ इम्पेटस, परसिस्टेंट, एक्सेंचर, पेपरचेस, रिवेल, प्लांटिक्स, न्यूक्लियस-टेक, नगारो शामिल है। इन्हें मिलाकर इंदौर में 250 से अधिक आईटी कंपनियां रजिस्टर्ड है। एक लाख से ज्यादा आईटी प्रोफेशनल इस समय इंदौर में काम कर रहे हैं। इन्वेस्टर्स समिट में भी दस कंपनियों ने आईटी इंडस्ट्री में निवेश करने की इच्छा जताई थी। मध्यप्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीएसआईडीसी)  के महाप्रबंधक द्वारकेश सर्राफ की मानें तो कई नई आईटी कंपनियां इंदौर में निवेश करना चाहती है। हम आईटी पार्क विकसित करने के लिए निजी डेवलपरों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ताकि नई कंपनियों को उनकी मनचाही जगह पर काम शुरू करने में मदद मिल सके।

पांच आईटी पार्क, एक लाख से ज्यादा प्रोफेशनल 
मध्यप्रदेश में दस साल पहले इंदौर में आईटी कंपनियों को अंगुलियों पर गिना जा सकता था। टीसीएस-इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के आने के बाद कई कंपनियों ने इंदौर का महत्व समझा और अपना निवेश बढ़ाया। इंदौर में पांच आईटी पार्क है और अब किसी में भी पैर रखने तक को जगह नहीं है। नई कंपनियों को दफ्तर खोलना है तो उन्हें नए आईटी पार्क का इंतजार करना होगा या इनके बाहर अपना कारोबार शुरू करना होगा।

डेवलपरों के लिए बना रहे नियम
इंदौर में आईटी कंपनियों की बढ़ती संख्या देखकर समिट में इस बार कुछ डेवलपरों ने संपर्क किया है, जो आईटी पार्क विकसित करना चाहते हैं। इन पार्कों के लिए नगर तथा ग्राम निवेश विभाग के नियमों में संशोधन की तैयारी चल रही है। इससे इन कंपनियों को आईटी पार्क बनाने और उसमें काम शुरू करने का फायदा मिल सके। इंदौर में सरकार ने बड़ी आईटी कंपनियों को रियायती दरों पर जमीनें अलॉट की है और उसका फायदा आईटी एक्सपोर्ट में मिल रहा है। सुपर कॉरिडोर पर बीस लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से टीसीएस और इंफोसिस को ढाई सौ एकड़ जमीन दी गई थी।

इंदौर पसंदीदा आईटी डेस्टिनेशन

 

  • 250 कंपनियां मध्य प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रानिक डेवल्पमेंट कार्पोरेशन में रजिस्टर्ड
  • पांच आईटी पार्क इंदौर में है और किसी में भी नई कंपनी का दफ्तर खुलने की जगह नहीं
  • 1,761 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट हुआ इंदौर से 2021-22 में, जो पिछले साल 52% अधिक
  • 12,300 आईटी प्रोफेशनल्स को रोजगार दिया है टीसीएस और इंफोसिस ने
  • 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है आईटी कंपनियों ने इंदौर में बीते दो साल में