आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत कम से कम 7500 खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना कराये जाने का निर्णय लिया है| इसके लिए उन्होंने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें|
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं| लोगों को रोजगार व स्वावलंबी बनाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए| प्रत्येक जिले में कम से कम 100 यूनिटों की स्थापना की जायेगी| सांसद आदर्श गांवों में कैम्प करते हुये खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में सर्वेक्षण कराकर सम्भावित लाभार्थियों को चिन्हित किया जाए| उन्हें विभागीय योजनाओं से लाभान्वित किया जाए|
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि किसानों के उत्पाद ख़राब न होने पायें, इसके लिए कोल्ड चेन बनाया जाए. किसानों के उत्पादन में हो रही पोस्ट हार्वेस्ट क्षतियों को कम करने के लिए फल, सब्जी प्रसंस्करण में कोल्ड चेन से संबंधित कार्य योजना बनाई जाए| उन्होंने प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के विपणन के लिए पराग ब्रान्ड से प्रोत्साहित करने के लिए सहकारिता विभाग से मिलकर कार्य किए जाने के निर्देश दिए|
डिप्टी सीएम ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण विभाग में असीमित अवसरों को देखते हुए बेरोजगार युवकों, युवतियों, किसानों, उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाए| इसके लिए प्रतिमाह जिला स्तर पर विभागीय प्रदर्शनी एवं संगोष्ठियों का आयोजन किया जाए. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी के लिए खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में पांच वर्षों में 20 हजार करोड़ निवेश कराने का लक्ष्य रखा गया है. इसको प्राप्त करने के लिए गंभीर प्रयास किए जाएं|