भाईचारा बनाए रखने निर्विरोध निर्वाचन पर शिवराज का जोर

मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में समरस पंचायतों पर जोर है। वे चाहते हैं कि पंचायतों में चुनाव के दौरान लड़ाई-झगड़े ज्यादा होते हैं, इससे भाईचारा पर प्रभाव पड़ता है। इसके लिए प्रदेश में पंचायत चुनाव में समरस पंचायत याने निर्विरोध निर्वाचन पर जोर दिया जाए और अधिक से अधिक पंचायतों में पदाधिकारियों का निर्वाचन निर्विरोध हो। मुख्यमंत्री ने इसके लिए ऐसी पंचातयों को पुरस्कृत करने भी की घोषणा की है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में लोगों के बीच प्रेम, भाईचार और समरसता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। वे इसके लिए लगातार पंचायतों को लेकर चुनाव में समरस पंचायतों पर जोर देकर लोगों को इस बात के लिए प्रेरित कर रहे हैं कि पंचायत चुनाव याने गांव की सरकार में अधिक से अधिक पंचायतों में बिना चुनाव कराए निर्विरोध पदाधिकारियों का निर्वाचन हो। इससे झगड़े तो कम होंगे साथ ही समरसता भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक भी की और इस बात पर जोर भी दिया कि समरस पंचायतों को लेकर काम किया जाए।

भाईचारे में न आए कमी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव उत्सव के समान हैं। लोकतंत्र के इस विशाल आयोजन में आपसी भाईचारे, प्रेम और समरसता में किसी भी तरह की कमी नहीं आए, इसलिए निर्विरोध निर्वाचन को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है। अतः समरस पंचायतों और विकास की दृष्टि से आदर्श ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। ऐसी ग्राम पंचायतें, जहाँ निर्विरोध और सर्वसम्मति से चुनाव संपन्न होंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।

गांवों का भला होगा तो अच्छा होगा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि पंचायत के चुनाव में कई बार लड़ाई झगड़ा बहुत बढ़ती है, एक कोशिश यह हो जाए की कुछ पंचायत ऐसी हो जाएं समरस पंचायत वहां चुनाव नहीं होंगे हम मिलकर तय करेंग। ताकि इन समरस पंचायतों में कुछ सुविधाएं हम देंगे। जैसे उस पंचायत में जितने भी हितग्राही हैं विभिन्न योजनाओं के सभी को एक साथ लाभान्वित कर देंगे आउट ऑफ द वे जाकर। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे गांव में हम गरीब कल्याण और बाकी योजनाओं को शत प्रतिशत सैचुरेट कर देंगे, आप इसके लिए उन्हें प्रेरित करें. गांव का भला हो जाएगा तो अच्छा रहेगा।

काम कठिन, पर कोशिश करें

मुख्यमंत्री अधिकारियों से कहा कि मैं मानता हूं कठिन काम है लेकिन, कई जगह हो सकता है और जहां हो सकते हैं वहां आप लोग पूरी कोशिश करिए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री और विधायकों को भी इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी ताकि वे पंचायतों में निर्विरोध चुनाव के लिए प्रेरित करे सके।

सरपंच के निर्विरोध निर्वाचन पर 5 लाख रूपए

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसी भी पंचायत में सरपंच का निर्वाचन अगर निर्विरोध रूप से किया जाता है तो उस पंचायत को 5 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। संपूर्ण पंचायत अर्थात समस्त पंच और सरपंच निर्विरोध निर्वाचित होते हैं तो पंचायत को 7 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। सरपंच पद के लिए वर्तमान निर्वाचन और पिछला निर्वाचन निरंतर निर्विरोध रूप से होने पर पंचायत को 7 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।

सभी पदों पर महिलाओं के निर्विरोध निर्वाचन पर 15 लाख रूपए

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अगर पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन होता है तो पंचायत को 12 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन निर्विरोध रूप से होने पर पंचायत को 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

 

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल