उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की बड़ी जीत के लिए समाजवादी पार्टी के गढ़ आजमगढ़ जिले को वापसी का तोहफा दिया। सीएम योगी ने यहां आईटीआई ग्राउंड में 143 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया| इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों का आभार जताया|
मुख्यमंत्री ने जल्द ही जिले में एक पैरामेडिकल कॉलेज और एक रिसर्च चेयर की स्थापना के साथ ही एक बड़े रोजगार मेले की घोषणा की| उन्होंने कहा कि अब आजमगढ़ के विकास को पंख लग गए हैं। विश्वविद्यालय के निर्माण में भी तेजी आएगी।
सीएम योगी ने कहा कि यह जिला ऋषि-मुनियों और साहित्यकारों की भूमि रही है, लेकिन राजनीतिक संकीर्णता के कारण यहां की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिला. यहां पहचान ऐसी हो गई थी कि बाहर जाने पर छिपना पड़ता था, क्योंकि बाहर जाने पर आजमगढ़ के नाम पर रहने के लिए जगह ही नहीं बची थी. हमने विकास के बल पर जिले की पहचान बदली है।
उन्होंने लोकसभा उपचुनाव में दिनेश लाल यादव निरहुआ को विजयी बनाने के लिए लोगों का दिल से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिले के हमारे सांसद और विधायक भले ही न जीते हों, लेकिन हमने विकास के मामले में भेदभाव नहीं किया. जिले को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे दिया गया है, जिससे अब लखनऊ का सफर दो घंटे में हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि जिले के लोगों का सपना था कि यहां विश्वविद्यालय बनाया जाए, जिसे हमने पूरा कर महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय का नाम दिया है. हस्तशिल्पियों को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया गया। पांच लाख युवाओं को बिना किसी भेदभाव के रोजगार दिया, जिससे 1.65 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े। ओडीओपी उत्पादों के लिए साझा सुविधा केंद्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने से ही देश और समाज में समृद्धि आएगी. यहां के जनप्रतिनिधियों ने भी कई प्रस्ताव दिए हैं, जिन पर काम किया जाएगा. इस दौरान सीएम योगी ने मौके पर ही राज्य सरकार की कुछ योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिए| मुख्यमंत्री ने करीब 20 मिनट के अपने संबोधन में आजमगढ़ समेत पूर्वांचल के विकास पर बार-बार चर्चा की|