शिवराज करेंगे स्कूलों में जाकर श्रमिकों के बच्चों से संवाद
शिक्षा-विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में संचालित होंगे श्रमोदय आवासीय विद्यालय
मध्य प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फोकस किया है। प्रदेश में संचालित किए जा रहे चार श्रमोदय आवासीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे श्रमिकों के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा मिले इस बात पर मुख्यमंत्री का जोर है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सीएम राइज स्कूलों की तरह इस श्रमोदय आवासीय विद्यालयों में भी सुविधाएं मिले। साथ ही ये विद्यालय भी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ही संचालित किए जाएं। अधिकारियों को कहा कि उन्होंने तय किया है कि वे प्रदेश के श्रमोदय स्कूलों में जाकर श्रमिकों के बच्चों के साथ संवाद करेंगे। उन्होंने सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के श्रमोदय आवासीय विद्यालय देश में मिसाल बनना चाहिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में श्रमोदय विद्यालय के संचालन की समीक्षा करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के श्रमोदय विद्यालयों में सी.एम. राईज स्कूल से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इन विद्यालयों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, जिससे प्रदेश के श्रमिक वर्ग के बच्चे अधिक से अधिक संख्या में इन विद्यालयों से जुड़ सकें। इन शालाओं से अध्ययन पूर्ण कर निकलने वाले विद्यार्थियों को आगे के अध्ययन के लिए भी मार्गदर्शन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों के लिए हो रही इस पहल को देश में मिसाल बनना चाहिए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं भी इन विद्यालयों में जाकर बच्चों से संवाद करेंगे।
विशेषज्ञता का क्षेत्र है स्कूल शिक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल शिक्षा, विशेषज्ञता का क्षेत्र है। स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षा में गुणवत्ता, शिक्षक प्रशिक्षण, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप आवश्यक गतिविधियों तथा स्मार्ट क्लासेज का संचालन कर रहा है। इस विशेषज्ञता का लाभ श्रमोदय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी मिले। यह आवश्यक है कि श्रमोदय आवासीय विद्यालयों का संचालन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाए। प्रदेश में संचालित श्रमोदय आवासीय विद्यालयों का एक पृथक वर्टिकल भी विभाग में स्थापित किया जाए। इसके संचालन का दायित्व स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ को सौंपा जाए।
नीट, जेईई में हुआ है यहां के विद्यार्थियों का चयन
भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में श्रमोदय आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें कक्षा 6 से 12 वीं तक के अध्ययन की व्यवस्था है। प्रत्येक विद्यालय में 1120 छात्र-छात्राओं के अध्ययन की क्षमता है। विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क उत्कृष्ट शिक्षा के साथ निःशुल्क पठन-पाठन सामग्री, गणवेश, भोजन, खेलकूद सुविधाएं उपलब्ध हैं। वर्तमान में इन चार विद्यालयों में 2125 छात्र और 1882 छात्राएँ अध्ययनरत हैं। चारों विद्यालयों का वर्ष 2020-21 में कक्षा 10वीं और 12 वीं का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। जेईई, नीट आदि परीक्षाओं में भी यहां के विद्यार्थियों का चयन हुआ है।
मजदूरों को मिले समय पर मजदूरी
मुख्यमंत्री ने रोजगार गारंटी परिषद की बैठक में कहा कि प्रदेश में लेबर बजट का बेहतर ढंग से उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सबको रोजगार दिलाने के लिए बेहतर कार्य हो रहा है। मनरेगा के क्रियांवयन में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को समय पर मजदूरी का भुगतान किया जाए। केंद्र सरकार से राशि उपलब्ध होने पर मजदूरी देने में विलंब नहीं हो।
पुष्कर धरोहर समृद्धि अभियान में करें तालाबों का जीर्णोद्धार
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुष्कर धरोहर समृद्धि अभियान में पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार करें। तालाबों का चिन्हांकन का कार्य तेजी से करें। इससे जल-स्तर बढ़ने के साथ प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने सोशल ऑडिट करने और राशि का दुरुपयोग पाए जाने पर वसूली की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल