योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है| इसी कड़ी में सरकार ने डेलॉयट इंडिया को सलाहकार के तौर पर चुना है। प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए बुधवार को अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त एवं डेलॉइट इंडिया के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गयी| इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक में डेलॉयट इंडिया के प्रतिनिधियों ने राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने और नए उद्योग स्थापित करने के साथ-साथ औद्योगिक विकास पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए। बैठक में प्रदेश में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने की नीतियों पर चर्चा हुई। इस दौरान अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने योगी सरकार द्वारा औद्योगिक विकास के क्षेत्र में उठाये जा रहे कदमों के बारे में बताया. साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 को लेकर की जा रही तैयारियों की भी विस्तार से जानकारी दी।
एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के नोडल अधिकारी आलोक कुमार के अनुसार, बैठक में सरकार की ओर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मौजूदा नीतियों के साथ भविष्य की परियोजनाओं पर चर्चा की गई। इसके साथ ही डेलॉयट इंडिया संगठन द्वारा हितधारकों और विभाग के संबंध में तैयार किए गए रोडमैप पर भी चर्चा की गई। बैठक में इन्वेस्ट इंडिया के सीईओ अभिषेक प्रकाश समेत कई उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
लगातार बैठक कर रहे हैं सीएम
इससे पहले 18 जुलाई को सीएम योगी ने यूपी जीआईएस-23 के लिए बहु-विभागीय बैठक की थी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सपनों की मंजिल बनकर उभरा है। उन्होंने अधिकारियों से देश में औद्योगिक निवेश को यूपी जीआईएस-23 के माध्यम से विकास की गति को अगले स्तर तक ले जाने के लिए कमर कसने को कहा।