युवा अपने ही जिले कर सकेंगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी

100 दिन में बचे हुए 57 जनपदों में अभ्युदय योजना का शुरू होगा संचालन अब संभागीय मुख्यालयों के बजाए हर जिले में आयोजित की जाएंगी कक्षाएं युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भटकना न पड़े और उन्हें अपने ही जिले में फ्री में कोचिंग मिले, इसके लिए योगी सरकार बचे हुए 57 जिलों में अभ्युदय योजना को शुरू करने जा रही है। सरकार ने इसे 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल किया है। अब संभागीय मुख्यालय के बजाय हर जिले में कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।

प्रदेश में बहुत सारे छात्र ऐसे हैं कि जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पाते हैं। ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अभ्युदय योजना शुरू की है। इस योजना के तहत आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीए, सीडीएस, नीट, जेईई जैसी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग दी जाती है।

सरकार अभ्युदय योजना के तहत बच्चों को पढ़ाने के लिए विषय विशेषज्ञ, अपने क्षेत्र में अच्छा करने वाले लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों को जोड़ रही है। इस योजना के तहत छात्राओं को सिलेबस और प्रश्नपत्रों का प्रारूप भी दिया जाएगा। साथ ही छात्राओं को कक्षाओं के साथ ही आनलाइन स्टडी मटेरियल भी उपलब्ध कराया जाएगा।

इस योजना का लाभ यह होगा कि छात्र-छात्राओं को तैयारी के लिए दूसरे राज्य या जिले में नहीं जाना पड़ेगा। छात्र अपने ही जिले में फ्री कोचिंग की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को दूसरी जगह रहने के लिए भी अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा। अभ्युदय योजना के लिए छात्र आनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए। आवेदक गरीब परिवार से होना चाहिए। योजना का लाभ केवल एक बार ही लिया जा सकता है।