मध्यप्रदेश, एक दिन में तीन लाख युवाओं को रोजगार देगी शिवराज सरकार

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को तीन लाख युवाओं को रोजगार देने के फैसला लिया है। सरकार ने युवा दिवस के अवसर पर इस दिन प्रदेश के सभी जिलों में रोजगार मेला लगाकर युवाओं को स्वरोजगार देने का निर्णय लिया है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह फैसला मंत्रिमंडल की बैठक में लिया।  शिवराज सरकार 1 दिन में 3 लाख युवाओं को रोजगार देगी. 12 जनवरी को जिलों में रोजगार मेला लगा कर युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। शिवराज कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में मुख्यमंत्री ने रोजगार मेलों का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। इन मेलों के जरिए हर जिले में युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार से जोड़ा जाए। युवाओं को स्व रोजगार के लिए प्रेरित किया जाए।

मुख्यमंत्री के इस आदेश पर सरकार ने क्रियांवयन भी शुरू कर दिया है। आदेश का पालन करते हुए सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने बताया कि मध्यप्रदेश में स्व-रोजगार की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत विभिन्न विभागों एवं बैंकों के माध्यम से कई स्वरोजगार योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन आदि प्रमुख योजनाएं संचालित की जा रही है।

 कमिश्नर, कलेक्टर को लिखे पत्र

सचिव नरहरि ने सभी कमिश्नर्स, कलेक्टर्स और विभागाध्यक्षों को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य शासन द्वारा स्व-रोजगार को प्रोत्साहन देने के लिए महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा। उक्त सभी स्व-रोजगार योजनाओं के सफल क्रियांवयन के लिए यह आवश्यक है कि योजनाओं से जुड़ी शासकीय एजेंसियाँ, वित्तीय संस्थान, हितग्राही, प्रशिक्षण, उद्यमिता केन्द्र और विभाग एक साथ मिलकर कार्य करें।  इसी उद्देश्य से 12 जनवरी  को प्रदेशव्यापी स्व-रोजगार, रोजगार दिवस मनाने का निर्णय शासन द्वारा लिया गया है। इसमें सभी जिला मुख्यालयों पर जिला स्तरीय कार्यक्रम तथा एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुरूप स्व-रोजगार, रोजगार से जुड़ी सभी योजनाओं में शत-प्रतिशत स्वीकृति, मेला आयोजन से पूर्व  सुनिश्चित की जाए।

 आयोजन की प्रमुख गतिविधियां

राज्य एवं जिला स्तर के कार्यक्रमों में लाभार्थियों को स्वीकृति वितरण-पत्र दिए जाएंगे। पूर्व से स्व-रोजगार में स्थापित अनुभवी लोगों से स्व-रोजगार के इच्छुक व्यक्तियों का परिचय करवाया जाएगा, जिससे उनके अनुभवों का लाभ युवाओं को मिल सके। साथ ही स्व-रोजगार योजनाओं के लाभांवित सफल एवं स्थापित हितग्राहियों द्वारा निर्मित सामग्रियों की प्रदर्शनी, स्व-रोजगार योजनान्तर्गत स्व-नियोजन के संबंध में विषय-विशेषज्ञों के माध्यम से सम्मेलन में सम्मिलित होने वाले युवाओं को परामर्श एवं मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा। मेले में विभिन्न विभागों, बैंकिंग संस्थाओं इत्यादि के स्टॉल लगाए जाएंगे जहां युवा वर्ग को रोजगार योजनाओं, स्व-रोजगार की संभावनाएं, बैंकिंग सुविधाओं आदि की जानकारी मिलेगी।

 बैंकों के माध्यम से किया जा रहा स्वरोजगार योजनाओं का संचालन

मध्यप्रदेश में स्वरोजगार की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत विभिन्न विभागों एवं बैंकों के माध्यम से कई स्वरोजगार योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा स्वरोजगार को प्रोत्साहन हेतु महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रारंभ की गई है। जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा। उक्त सभी स्वरोजगार योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु यह आवश्यक है कि योजनाओं से जुड़ी शासकीय एजेंसियां, वित्तीय संस्थान, हितग्राही, प्रशिक्षण, उद्यमिता केन्द्र व विभाग एक साथ मिलकर कार्य करेंगे।

 

 द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल