बीजेपी की महिला प्रत्याशियों ने लहराया जीत का परचम
लड़की हूं लड़ सकती हूं कांग्रेस का ये नारा यूपी में हुआ धराशायी* आधी आबादी ने जताया बीजेपी पर भरोसा, नारी शक्ति ने योगी सरकार को दिया प्रचंड बहुमत का आशीर्वाद* सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन का कवच बना मिशन शक्ति अभियान* यूपी के चुनाव में 41 महिला बनी विधायक, बीजेपी व सहयोगी दल की 27 महिला उम्मीदवारों ने जीता चुनाव*
महिलाओं को टिकट देने के मामले में 2017 में भी विपक्षी दल थे पीछे*
लड़की हूं लड़ सकती हूं कांग्रेस का यह नारा यूपी की सरजमीं पर पूरी तौर पर धराशायी होते दिखा वहीं समाजवादी पार्टी के 2012 के कार्यकाल में हुए महिलाओं के प्रति अत्याचार दुर्व्यवहार को यूपी की आधी आबादी ने पूरी तौर पर नकार दिया। नारी शक्ति ने योगी सरकार को प्रचंड बहुमत से अपना आशीर्वाद दिया। महिलाओं के हक में आवाज उठाने वाली योगी सरकार के मिशन शक्ति से जहां महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन का कवच बना वहीं कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ उन सब तक पहुंचा। योगी सरकार ने 2022 के विधानसभा चुनावों में राजनीति के रण में जिन महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया उनमें 27 महिलाओं ने जीत का परचम लहराया। यूपी के चुनाव में 41 महिला विधायक बनी। जिसमें सबसे ज्यादा महिला विधायक बीजेपी की बनी हैं। बीजेपी व सहयोगी दल की 27 महिला उम्मीदवारों ने चुनाव जीता, समाजवादी पार्टी की 13 महिलाएं चुनाव जीती और कांग्रेस से एक महिला उम्मीदवार ने चुनाव जीता।
महिलाओं ने विधानसभा चुनाव में भी इतिहास रचा है। 2022 के विधानसभा चुनाव में कुल 41 महिलाएं परचम लहराने में सफल रही हैं वहीं 2017 मे 38 महिला विधायकों ने जीत हासिल की थी। इस बार विधानसभा चुनाव में 4,442 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 560 महिलाएं थी।
महिलाओं को टिकट देने के मामले में 2017 में विपक्षी दल थे पीछे
महिलाओं को टिकट देने के मामले में कांग्रेस का पिछला रिकॉर्ड सबसे खराब रहा है। अगर साल 2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो महिलाओं को टिकट देने के मामले में कांग्रेस फिसड्डी रही है। इस मामले में कांग्रेस से आगे बीजेपी रही थी। पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 46 महिलाओं को टिकट दिया था जो कि 12 प्रतिशत है। महिलाओं को टिकट देने के मामले में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी जिसने कुल 12 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था।
महिलाओं के उत्थान में हुए 2017 के बाद जमकर काम
पांच साल के दौरान यूपी में शिक्षा, स्वास्थ्य, कारोबार और रोजगार सहित सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य हुआ है। प्रदेश सरकार ने केवल चुनावों में नहीं बल्कि पांच सालों में महिलाओं के उत्थान के लिए जमकर काम किया है। उज्ज्वला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, शबरी संकल्प अभियान, महिला शक्ति केन्द्र, किशोरी बालिका योजना, मुख्यमंत्री सश्रम सुपोषण योजना, सखी सेंटर, महिला हेल्पलाइन 1090, मिशन शक्ति, घरौनी योजना, मातृ वंदना योजना, कन्या सुमंगला योजना, एंटी रोमियो स्क्वॉड, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, स्वामित्व योजना के तहत सीधे तौर पर महिलाओं को लाभ मिला है।