प्रदेश के विकास में अपशगुन थी विपक्ष की सरकारें : मुख्यमंत्री
सपा-बसपा की संवेदना पेशवर गुंडे और माफिया के प्रति थी : मुख्यमंत्री
एक हाथ से विकास और दूसरे हाथ से चलता रहे माफिया पर बुलडोजर : सीएम
जलेसर में खारे पानी की समस्या होगी दूर, घर घर मिलेगा शुद्ध पेयजल : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को स्वाधीनता की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले एटा जिले की जलेसर विधानसभा सीट पर आयोजित चुनावी सभा में विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) रही हो या बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) अथवा कांग्रेस या दल सबके सब दलदल में फंसे हैं। सपा -बसपा सरकार में गरीबों के लिए संवेदना नहीं थी। सपा-बसपा की संवेदना पेशेवर अपराधी, गुंडों और माफिया प्रति थी। विपक्ष की ये सरकारें प्रदेश के विकास के लिए अपशगुन थी। जबकि बीते पांच वर्षों में डबल इंजन की भाजपा सरकार ने वीरांगना अवंतीबाई के नाम से एटा में मेडिकल कॉलेज बनवाया है। और अगले पांच साल में किसानों को फ्री पानी देने के साथ ही जलेसर में खारे पानी की समस्या का समाधान हम करेंगे। हर घर नल योजना से हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाएंगे।
यहां जलेसर के एमजीएम इंटर कॉलेज मैदान पर आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने यह दावा किया है। इस चुनावी जनसभा की शुरुआत मुख्यमंत्री ने जलेसर में बनाए जाने वाले घंटे का जिक्र करते हुए की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलेसर का घंटा जब मंदिरों में बजता है तो वह देव ध्वनि करते हुए जलेसर को एक पहचान भी दिलाता हैं। जलेसर बने घंटे को लेकर यह मान्यता है कि उसकी ध्वनि अपशगुन को दूर करती है। इसलिए इस बार जलेसर का घंटा इतनी जोरदार तरीके से बजे ताकि उसकी आवाज से प्रदेश के विकास में अपशगुन रही विपक्षी सरकारें जलेसर से दूर हो जाएं, चारों खाने चित्त हो जाएं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विस्तार से वर्ष 2017 के पहले रही सपा बसपा की सरकार की नाकामियों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले सपा -बसपा की सरकार में गुंडागर्दी होती थी। सपा सरकार में बमबाजी होती थी, दंगे होते थे। कर्फ्यू लगता था। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सपा -बसपा की सरकार में गरीबों के लिए संवेदना नहीं थी। बेटियों की सुरक्षा के लिए भी उनमें संवेदना नहीं थी। किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए भी पूर्व की सरकारों में संवेदना नहीं थी। इनकी संवेदना सिर्फ पेशेवर अपराधियों और माफिया के प्रति थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की इन सरकारों ने किसानों के कर्ज माफ़ नहीं किए। बेटियों की सुरक्षा का प्रबंध नहीं किया। गरीबों को मकान और शौचालय नहीं दिए। चिकित्सा का प्रबंध नहीं किया और बुजुर्ग था विधवाओं की पेंशन तक रोकने का कार्य किया। जबकि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने वर्ष 2017 के बाद यूपी में विकास कार्य करने तथा गरीबों को खुशहाल बनाने पर ध्यान दिया। लोगों को कोरोना जैसी महामारी से बचाने का कार्य किया। लोगों को फ्री वैक्सीन लगवाई। वही दूसरी तरफ कोरोना से बचाव को लेकर विपक्ष दुष्प्रचार करता रहा है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने प्रदेश में परिवर्तन लाने का कार्य किया है। वीरांगना अवंतीबाई के नाम से मेडिकल कॉलेज बनाया है, बीते 70 साल बाद यह कार्य किसी ने नहीं किया था। एटा में हमारी सरकार ने 64 हजार किसानों का कर्जा माफ किया गया है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि से जिले के दो लाख 87 हजार किसानों को उनके खाते में पहुंचाए जा रहे हैं। जिले में 22 हजार से अधिक आवास को आवास डबल इंजन की सरकार ने गरीबों को दिए हैं, जबकि सपा सरकार में सिर्फ 18 हजार आवास ही स्वीकृत हुए थे, जो फाइलों में ही रहे किसी को दिए नहीं गए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सपा ने दिव्यांगजनों और विधवाओं की पेंशन को रोकने का पाप भी किया था। हमारी सरकार सरकार प्रदेश के अंदर एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रही है। युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन भी हम दे रहे हैं। जलेसर के घंटे को भी ओडीओपी में शामिल कर उसे विश्वव्यापी पहचान हम दे रहे हैं। इसीक्रम में मुख्यमंत्री ने अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के मंदिर के लिए जलेसर के विकास मित्तल द्वारा दिए जाने वाले 2100 कुंतल के घंटे का भी जिक्र किया। फिर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को साकार करने का उल्लेख करते हुए कहा कि यूपी की तरक्की के लिए भाजपा आज जरूरी है क्योंकि भाजपा के एक हाथ में विकास की छड़ी है तो दूसरे हाथ में माफियों के खात्मे के लिए बुलडोजर है। माफिया पर यह बुलडोजर चलता रहेगा। दंगाइयों की संपत्ति जब्त होती रहेगी। यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी संजीव दिवाकर सहित एटा के चुनाव लड़ रहे सभी भाजपा प्र्ताशियों को जिताने की अपील की और जनसभा में आये लोगों से आग्रह किया कि वह जलेसर का घंटा इतने जोरदार तरीके से बजाए, जिससे विपक्ष चारों खाने चित्त हो जाएं।