खुद का व्यवसाय शुरू करो, सरकार कराएगी 25 लाख का लोन उपलब्ध

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अजा वर्ग के युवाओं के लिए घोषणा

मध्यप्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं के लिए योजनाओं का पिटारा खोला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अजा वर्ग के युवाओं के लिए वे व्यवसाय करने के लिए 25 लाख रूपए तक के ऋण उपलब्ध कराएंगे इसके अलावा संत रविदास स्वरोजगार योजना जल्द चालू की जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संत रविदास जयंती के अवसर पर प्रदेश के अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के लिए  सरकार द्वारा कई तरह के काम करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि अजा वर्ग के लोगों के लिए संत रविदास स्वरोजगार योजना लाने की तैयारी शुरू कर दी जिसके तहत बेरोजगार युवाओं को बिजनेस शुरू करने के लिए कम ब्याज में 25 लाख रुपए का ऋण दिया जाएगा।  जिसका 5 फीसदी ब्याज सरकार भरेगी। इससे आम लोगों को अपनी बेहतरी में सहायता मिलेगा।

आंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना भी करेंगे शुरू

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति विशेष परियोजना प्रारंभ कर रही है, जिसमें अनुसूचित जाति के युवाओं को स्वरोजगार, कौशल उन्नयन, नवाचार के लिए 2 करोड़ तक का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना भी हम प्रारंभ करेंगे, जिसमें कम लागत के उपकरण और पूंजी की आवश्यकता होने पर सरकार एक लाख तक का लोन जरूरततंदों को उपलब्ध कराएगी।

विद्यार्थियों के लिए है कोचिंग की व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए कन्या साक्षरता प्रोत्साहन योजना और सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए निजी कोचिंग क्लासेस में कोचिंग की व्यवस्था है। महर्षि वाल्मीकि प्रोत्साहन योजना में आई.आई.टी., एन.आई.टी, नीट, क्लेट, एनडीए, एम्स की प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में सफल होने पर राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में प्रवेश लेने पर प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में संचालित 10 ज्ञानोदय विद्यालय में कक्षा 10वीं का परिणाम 100 प्रतिशत रहा और 98.80 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इसी प्रकार कक्षा 12वीं में भी परिणाम 100 प्रतिशत रहा और 98.20 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।

विदेश में पढ़ाई के लिए फीस भरेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। शिक्षा के साथ रोजगार की भी आवश्यकता है। प्रदेश के जिन गरीब परिवारों के बच्चों का आई.आई.एम, इंजीनियरिंग, मेडिकल और उच्च शिक्षण संस्थानों तथा विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन होगा, उनकी फीस राज्य सरकार भरवाएगी। मुख्यमंत्री  ने बताया कि उज्जैन की कुमारी सोनम टैगोर ब्रिटेन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कर रही है। इस बिटिया की 45 लाख 71 हजार रूपए की फीस राज्य सरकार ने भरी है। इसी प्रकार भोपाल के  निदित्त पवार ब्रिटेन से मास्टर ऑफ इंटनेशनल बिजनेस मैनेजमेंट कर रहे हैं, जिनकी 40 लाख रुपये से अधिक की फीस राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है। महू, इंदौर के पुष्कल मसानी आस्ट्रेलिया से मास्टर ऑफ प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कर रहे हैं, जिनकी 55 लाख 48 हजार रुपये की फीस राज्य सरकार ने भरी है। विद्यार्थी पढ़ाई करें, राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ है।

ग्लोबल स्किल पार्क दिए जाएंगे विभिन्न प्रशिक्षण

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी भोपाल में बनने वाले ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत शिरोमणि रविदास महाराज के नाम पर रखा जाएगा। संत रविदास  ने श्रम की महत्ता और समानता के भाव को स्थापित किया। ग्लोबल स्किल पार्क में भी युवा विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्म-निर्भर होंगे। वहां श्रम की पूजा होगी, काम सीखने हजारों नौजवान आएंगे। इस संस्थान में युवा उन विधाओं में प्रशिक्षित होंगे, जिससे उन्हें तत्काल रोजगार मिल सकेगा। संत शिरोमणि रविदास जी के नाम पर इस पार्क का नामकरण करना उन्हें वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल