कुर्सी खिसकने के भय से गौतमबुद्ध नगर नहीं आते थे पूर्व सीएम, लोगों की फिक्र नहीं थी – योगी

मुझे बार- बार यहाँ आकर खुशी हुई, जनता का जीवन महत्वपूर्ण – योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां सपा-बसपा के उस अंधविश्वास पर फिर से चुटकी ली, जिसके डर से कोई भी मुख्यमंत्री नोएडा नहीं आता था कि उसकी कुर्सी खिसक जाएगी। योगीजी ने कहा कि गौतम बुद्ध नगर में आना मेरे लिए इतना महत्वपूर्ण इसलिए हो जाता है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री नोएडा और ग्रेटर नोएडा आने में संकोच करते थे। उनको भय होता था। उनको सत्ता और खुद का जीवन महत्वपूर्ण होता था। प्रदेश की जनता के हितों के लिए, उनके आर्थिक लाभ और स्वास्थ्य के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के पास कोई एजेंडा नहीं था इसलिए वह गौतम बुद्ध नगर जनपद में आने के लिए संकोच करते थे। लेकिन मुझे यहां पर कई बार आने का अवसर प्राप्त हुआ है। और इस बात की मुझे खुशी है।

उन्होंने कहा कि इस समय की सबसे बड़ी महामारी कोरोना को रोकने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनके मार्गदर्शन में प्रबंधन का कार्य जिसव बेहतरीन तरीके से चल रहा है। पूरी दुनिया ने इसकी तारीफ की है। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के बाद अब तीसरी ले आ चुकी है। उत्तर प्रदेश में भी इसके मामले मिल रहे हैं। हम सभी इस बात को बखूबी से जानते हैं कि पहली लहर को काबू करने के बाद दूसरी लहर में नहीं केवल उत्तर प्रदेश या देश में बल्कि पूरे विश्व में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिली थी। उस समय भारत सरकार ने ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन चलवाई थी, जिससे पूरे देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई।

योगीजी ने कहाकि एयर फोर्स के हवाई जहाज कब इस्तेमाल किया गया। इस बड़ी समस्या के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर कार्य किया और आज पूरे उत्तर प्रदेश में 521 ऑक्सीजन प्लांट है। इसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट बनाए गए हैं, जो फिलहाल क्रियाशील है। कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव का कार्यक्रम देश में एक साल पहले 16 जनवरी 2021 से शुरू हुआ। एक वर्ष के दौरान पूरे भारत देश में 157 करोड़ वैक्सीन की डोज उपलब्ध करवा दी गई है। आज मुझे यह बताते हुए खुशी महसूस हो रही है कि 23 करोड़ 75 करोड़ वैक्सीन डोज लोगों को उपलब्ध करवाई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि उत्तर प्रदेश इस समय एक अच्छी स्थिति में है। हमने प्रदेश के अंदर 95 प्रतिशत से सबसे ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाई है। 15 साल से लेकर 18 साल तक के लोगों को एक करोड़ 40 लाख डोज दी जानी है। इनमें से उत्तर प्रदेश सरकार ने 62 लाख लोगों को दोस्त उपलब्ध करवा दी है।

उन्होंने कहाकि गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राइव को काफी अच्छी तरीके से चलाया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पहली डोज 100 प्रतिशत लोगों को लग चुकी है। 15 से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के लोगों को एक लाख 16 हजार डोज उपलब्ध करवाई जा चुकी है। दूसरी डोज 92 प्रतिशत लोगों को मिली है।मुख्यमंत्री ने कहाकि वैक्सीनेशन के इस अभियान में उत्तर प्रदेश काफी तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज पूरे देश में लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। भारत में बनी हुई कोरोना वैक्सीन आज पूरे विश्व में लगाई जा रही है। वैक्सीनेशन के प्रभाव से हम कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से लड़ने में कामयाब हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों और सफाई कर्मियों से लेकर सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने बेहतर कार्य किया है।

योगीजी ने कहाकि कोरोना संक्रमण की थर्डवेव में नया वेरिएंट ओमिक्रोन आया है। अगर हम देखें तो ओमिक्रोन के मरीज उत्तर प्रदेश में एक प्रतिशत से भी कम है। आज उत्तर प्रदेश में जितने कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामले हैं, उनमें से केवल 0.5 प्रतिशत ही अस्पताल में मौजूद हैं। ऐसे ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस समय 9 हजार से भी ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित है। जिसमें से केवल 200 लोग ही अस्पताल में मौजूद हैं। अस्पताल में भर्ती मरीज वह है जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। इसलिए कोरोना की थर्डवेव में भागने या डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन यह बीमारी है इसलिए सावधानी अत्यंत आवश्यक है इसके लिए हम को 2 गज की दूरी और मास्क के जरूरी नियमों का पालन करना होगा। यह इस समय सबसे जरूरी मंत्र है। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है। वह लोग जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा ले। हमारी टीम में गली मोहल्ले में जाकर लोगों को जागरूक करने का भी कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहाकि उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। यह सेवा उत्तर प्रदेश सरकार ने मुफ्त में दी है। उत्तर प्रदेश में 5,500 से ज्यादा स्थानों पर बूथ बना कर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर के जिम्स अस्पताल में कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में बहुत अच्छा कार्य किया है। थर्ड वेव में भी 400 से भी ज्यादा बेड जिम्स अस्पताल में है। 300 बेड ऑक्सीजन के भी है। आज मैं यहां पर यह देखने आ रहा हूं कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा दिल्ली के किनारे होने के नाते कोरोना वायरस की कैसी स्थिति है। इसका हम लोग निरीक्षण कर रहे हैं।