कर्नाटक पुलिस लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के मकसद से स्पेशल रिजर्व सब इंस्पेक्टर के पद पर ट्रांसजेंडर की नियुक्ति करेगी। कर्नाटक पुलिस द्वारा जारी भर्ती की सूचना में पहली बार महिलाओं और पुरुषों के साथ ट्रांसजेंडरों को मौका दिया गया है। कुल रिक्तियां 70 हैं जिसके लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना अनिवार्य है। ट्रांसजेंडर को डीएम से अपने लैंगिक स्थिति का प्रमाणपत्र देना होगा।
इस वक्त पूरी दुनिया में एलजीबीटी समुदाय (LGBT) के लोग अपने समान अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। कई देशों में उन्हें मान्यता और समान अधिकार भी दिए गए हैं। कई मामलों में उन्हें रियायत भी दी जाती है। देश में कर्नाटक सरकार ने भी राज्य सशस्त्र बलों की भर्ती में ‘पुरुष तृतीय लिंग’ समुदाय के लिए आरक्षण देने का ऐलान किया है। राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने मंगलवार को बताया कि कर्नाटक सशस्त्र बलों में कांस्टेबल के 3,484 पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में पहली बार, ‘पुरुष तृतीय लिंग’ समुदाय के लिए 79 पद आरक्षित किए गए हैं।’’
ट्रांसजेंडर समुदाय ने की फैसले की सराहना
ट्रांसजेंडरों के हक की लड़ाई लड़ने वाले कार्यकर्ताओं ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। ट्रांसजेंडर के कल्याण के लिए काम करने वाले समुदाय के सदस्य और मानवाधिकार संगठन ‘ओनडेडे’ के संस्थापक अक्काई पद्मशाली ने कहा, ‘‘मैं सरकार के इस फैसले का दिल से स्वागत करता हूं।’’ अक्काई को कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह घोषणा ‘तृतीय लिंग’ समुदाय को मुख्यधारा में शामिल करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि ‘पुरुष तृतीय लिंग’ कहा जाने वाला कोई समुदाय नहीं होता है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार के दृष्टिकोण से मैं यह समझ पा रहा हूं कि शायद वे ‘महिला से पुरुष में तब्दील हुए ट्रांसजेंडर पुरुष’ की बात कर रहे हैं।’’