हिन्दू संगठनों ने उठाई थी मांग
ताजमहल का नाम बदलने की पहले भी कवायद हुई है. योगी आदित्यनाथ सरकार के विधायक ने इसका नाम राम महल करने की मांग भी एक बार की थी हिंदू संगठनों के नेताओं का दावा है कि ताजमहल का नाम तेजो महल है.उनका दावा है कि यहां भगवान शिव का त्रिशूल लगा हुआ है. हिन्दू संगठनों का यह भी दावा है कि मकबरे के नीचे भगवान शिव का शिवलिंग भी है जिस पर पानी की बूंद टपकती रहती है.ताजमहल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन है, जो केंद्र सरकार के तहत आता है. ताजमहल के 22 बंद कमरों को खुलवाने की मांग भी पहले कई बार उठ चुकी है

आगरा के ताजमहल के तहखाने में मौजूद 22 कमरों को खोला जाना चाहिए.याचिका में दावा किया गया है कि 22 कमरों में ऐसे साक्ष्य मौजूद हैं. इससेआगरा के ताजमहल को शिव मंदिर सिद्ध किया जा सकता है. गौरतलब है कि वर्ष 1934 में इन कमरों को एक बार खोला गया था.तेजोमहालय के दावे को लेकर हिंदू संगठनों के कई नेता ने ताजमहल में भगवा कपड़े पहनकर जाने की कोशिश की थी. कई बार ताजमहल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी माहौल गरमा चुका है

इस प्रस्ताव को लेकर पहले अधिकारी मौन रहे लेकिन मेयर का कहना है कि प्रस्ताव आया तो सदन में पढ़ा जाएगा और सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद आगे की कार्यवाही होगी मगर प्रस्ताव के पहले ही सदन में हंगामा हो गया