योगी ने बदली बुढ़ाना की फ़िज़ा सीएम योगी का संबोधन इलाके में छेड़ गया नई चर्चा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (सोमवार) को मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार करने पहुंचे। इसी विधानसभा क्षेत्र के गांव सोरम की ऐतिहासिक चौपाल से वर्ष 1857 की क्रांति का बिगुल बजा था। यह वही बुढ़ाना है, जहां […]
400 सीटें जीतने का दावा करने वालों के मुंह से अब 400 शब्द भी नहीं निकल रहे : डिप्टी सीएम भारतीय जनता पार्टी की ताकत निरंतर बढ़ी है : केशव प्रसाद मौर्य – सोमवार को भाजपा की जनकल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर डिप्टी सीएम की उपस्थित में कई दलों के नेताओं ने पार्टी की सदस्यता […]
आगरा की 9 सीटों पर मजबूत है भाजपा की पकड़ 5 सीटों पर नए चेहरे के साथ आगरा के चुनाव मैदान में भाजपा दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर चमकते आगरा का चुनावी समर रोचक हो चला है । ब्रज की इस भूमि पर भगवा खेमा एक बार फिर नए चेहरे और ऊर्जा के साथ मैदान […]
मंत्रियों के खेत बनेंगे किसानों के लिए मॉडल मुख्यमंत्री शिवराज की मंत्रियों को सलाह, अपने खेतों में करें प्राकृतिक खेती मध्यप्रदेश में मंत्रियों के खेत प्राकृतिक खेती के लिए किसानों के लिए मॉडल बनाए जाएंगे। पहले मंत्री अपने खेतों में प्राकृतिक खेती करेंगे इसके बाद वे उदाहरण पेश करते हुए किसानों को इस तरह की […]
“The heart of the singer may stop, but the voice of the nightingale will not.🙏.” Related posts: No related posts.
You understood the title, right? Then let’s get to the second part of this series about the Greek Gods right away! After all, it’s a Crash Course!
“You already have what it takes! You just need to tap into it.” – This is the mantra of the Strength-Based Model.
We all have our varying understanding of life. And most often than not, this understanding stems from popular metaphors that we heard while growing up. These metaphors offer as a source of guidance, motivation and encouragement.
Look within, who are you? The soul or the physical body? Think, and do, everything to manifest the soul, and let the physical realities take the back seat. Once the soul is regained then you flow in and out with equal ease. Related posts: No related posts.
The researchers analysed autobiographical account that each nun had written before taking her vows. Psychologists who knew nothing about these women assessed the positive and negative sentiments expressed in their writings. Some had repeatedly mentioned that they were very happy or felt great Joy at the thought of entering monastic life and serving others.