शिवराज ने कहा सरकार की प्राथमिकता है रोजगार

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता युवा को रोजगार से जोड़ना है। इसके लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में युवाओं को विनिर्माण, व्यवसाय और सेवा क्षेत्र के लिए एक लाख से 50 लाख रूपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। ऋण लेने वाले युवाओं को 3 प्रतिशत ब्याज की सब्सिडी दी जाएगी। योजना में युवाओं को बैंक गारंटी नहीं देनी होगी, सरकार युवाओं की ओर से गारंटी लेगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात  मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में युवाओं को विनिर्माण, व्यवसाय और सेवा क्षेत्र के लिए एक लाख से 50 लाख रूपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। ऋण लेने वाले युवाओं को 3 प्रतिशत ब्याज की सब्सिडी दी जाएगी। योजना में युवाओं को बैंक गारंटी नहीं देनी होगी, सरकार युवाओं की ओर से गारंटी लेगी। इसके लिए 140 करोड़ रुपए की राशि राज्य सरकार बैंकों में जमा करेगी। जिन परिवारों की वार्षिक आय 12 लाख रुपए तक है, उन परिवारों के युवा इस योजना में ऋण प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए नई आशा और उम्मीद का संदेश लेकर आई है। आज 2019 युवाओं को लगभग 108 करोड़ रुपए के ऋण प्रदान किए गए। राज्य सरकार द्वारा प्रतिमाह एक दिन रोजगार दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। रोजगार उपलब्ध कराना हमारे लिए एक यज्ञ के समान है।

हर युवा के चेहरे पर हो मुस्कान

प्रदेश के हर युवा के चेहरे पर मुस्कान हो, वह आत्मविश्वास से परिपूर्ण हो। युवा आत्मनिर्भर बनें, राज्य सरकार रोजगार दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रदेश में एक क्रांति का आरंभ है। आजीविका, व्यक्ति की सबसे बड़ी चिंता है, इसलिए राज्य सरकार रोजगार और स्व-रोजगार के लिए समग्र रूप से प्रयासरत है। शासकीय सेवा में भर्ती के लिए भी अभियान चलाया गया है। स्कूल शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की गई है। साथ ही पुलिस आरक्षक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि यह वास्तविकता है कि सभी युवा सरकारी नौकरी से रोजगार प्राप्त नहीं कर सकते। अतः स्व-रोजगार की व्यवस्था करना आवश्यक है। प्रदेश में निवेश लाकर रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं।

तीन महीने में 13 लाख से ज्यादा को स्वरोजगार

प्रदेश में प्रति माह एक दिन रोजगार दिवस के रूप में मनाने के क्रम में पहले रोजगार दिवस 12 जनवरी को 5 लाख 25 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्व-रोजगार के लिए 2700 करोड़ रूपए, दूसरे रोजगार दिवस 25 फरवरी को 5 लाख 2 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्व-रोजगार के लिए 2,776 करोड़ रूपए और तीसरे रोजगार दिवस 30 मार्च को 3 लाख 33 हजार से अधिक हितग्राहियों को 2,268 करोड़ रूपए से अधिक की ऋण सहायता स्वीकृत की गई। इस प्रकार गत तीन महीनों में 13 लाख 63 हजार युवाओं को विभिन्न योजनाओं में स्व-रोजगार से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि मेरा सपना है कि प्रदेश के बेटा-बेटी, रोजगार माँगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें।

रोजगार के एक लाख नए अवसर होंगे सृजित

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि  प्रदेश में 650 से अधिक नई इकाइयाँ स्थापित हुई हैं। इनमें 40 हजार करोड़ रूपए से अधिक का निवेश होना है। इससे रोजगार के एक लाख नए अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश की विकास दर इस वर्ष 19.7 प्रतिशत है, जो देश में सबसे अधिक है। प्रदेश की जीडीपी बढ़ कर साढ़े ग्यारह लाख करोड़ हो गई है। प्रदेश का देश की जीडीपी में योगदान 3.6 प्रतिशत से बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश ने इस वर्ष 40 हजार करोड़ रूपए का निर्यात किया है। प्रदेश में हो रहे गेहूँ और चावल का उपयोग दुनिया के देश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना मध्यप्रदेश बढ़ता मध्यप्रदेश है।

 

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल