शिवराज, संकल्प का एक साल, 4 सौ से ज्यादा रोपे पौधे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिदिन पौधे लगाने का जो संकल्प लिया उस संकल्प के एक साल पूरे हो गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 4 सौ से ज्यादा पौधे रोपे। नर्मदा नदी के उदगम स्थल अमरकंटक में लिए इस संकल्प में उनकी पत्नी साधना सिंह ने भी साथ दिया। मुख्यमंत्री चाहे बीमार रहे हों या फिर भोपाल से बाहर पर वे प्रतिदिन पौधे रोपने के अपने संकल्प को जरूर पूरा करते रहे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2021 में 19 फरवरी को मां नर्मदा के उदगम स्थल अमरकंटक में प्रतिदिन पौधा रोपण करने का संकल्प लिया था। देश में बिगड़ते पर्यावरण संतुलन को देखते मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया और लोगों को भी उत्साहित किया कि वे भी पौधे रोपें। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन पौधारोपण किया। इसके साथ उन्होंने राजनेताओं और समाजसेवी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को भी इसके लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री के इस अभियान में उनकी पत्नी साधना सिंह भी सहभागी रही। मुख्यमंत्री परिवार के साथ जब भी भोपाल से बाहर रहे तब तब उन्होंने जहां रहे वहां पत्नी और पुत्रों के साथ इस संकल्प को पूरा किया। मुख्यमंत्री ने संकल्प को पूरा करते हुए एक साल में 470 पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने निवास परिसर में नारियल का पौधा रोपा, जो कि इस अभियान में लगाया गया उनका 471 वां पौधा है। इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि नारियल का पेड़ पर्यावरण संरक्षण, सौंदर्य और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है। हम सभी धरा को हरा-भरा बनाने का संकल्प ले लें, तो पर्यावरण को होने वाली क्षति को रोका जा सकता है। आप भी शुभ अवसरों पर पौधरोपण अवश्य करें।

अंकुर अभियान भी किया शुरू

मुख्यमंत्री ने इस अभियान को जन आंदोलन बनाने के लिए  मध्य प्रदेश की जनता के लिए अंकुर अभियान की शुरुआत भी की। मई 2021 में शुरू की गई इस योजना के ज़रिये लोगों को पौधा लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना मुख्य मकसद था। वायुदूत ऐप के जरिए पंजीकरण के बाद उन्हें पौधा लगाते समय अपनी एक तस्वीर एप्लीकेशन पर अपलोड करनी होती है कि वे पौधे की देखभाल किस तरह से करते हैं। उसकी सारी तस्वीर उन्हें लगभग 30 दिनों तक अपलोड करते जाना होता है। मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक जिले के चुने हुए कुछ प्रतियोगियों को विजेता घोषित किया जाता है और उन्हें पुरुस्कृत किया जाता है। इस अभियान की सफलता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में प्रदेश के नागरिक अंकुर मित्र बनकर प्रदेश भर में पौधे लगा रहे हैं।

 चुनावी दौरों में भी लगाए पौधे

पौधा रोपण के एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर अपने संकल्प को लेकर कहा कि बीते एक साल में अपनी व्यस्ततम दिनचर्या या दौरों के दौरान भी उन्होंने इस संकल्प का पालन करते हुए हर रोज़ एक पौधा ज़रूर लगाया। यहां तक कि उन्होंने गुजरात, बंगाल और केरल के चुनावी दौरे में भी प्रतिदिन एक पौधा लगाने का क्रम जारी रखा और अब जब इस महायज्ञ को एक साल पूरा हो रहा है, तो ये अभियान एक जन-आंदोलन का रूप ले चुका है। पूरे प्रदेश की जनता अपने जननायक का अनुसरण करते हुए पौधरोपण को अपने जीवन के ध्येय में शामिल कर चुकी है।

24 फरवरी को साथियों के साथ करेंगे वृक्षारोपण

मुख्यमंत्री ने कहा कि कई संस्थाओं और समाज के प्रमुख लोगों ने भी मेरे साथ पेड़ लगाए। कम से कम दो पेड़ रोज लगे, कभी-कभी तो कई पेड़ लगे। आज मेरा मन आत्म-संतोष से भरा है। एक पवित्र काम से लोग जुड़ रहे हैं। मैं उन संस्थाओं के साथ भोपाल में 19 फरवरी को पेड़ लगाने वाला था, जिन्होंने मेरे साथ पेड़ लगाए थे। किन्तु मुझे कोविड होने के कारण अब मैं 19 फरवरी के स्थान पर 24 फरवरी को अपने ऐसे सभी साथियों के साथ वृक्षारोपण करूँगा। पेड़ लगाते हुए मैं उनसे एकात्म हो गया हूँ। पेड़ मनुष्यों को तो जीवन देते ही हैं, पशु-पक्षी, जीव-जन्तु, कीट-पतंगों को भी आश्रय और जीवन देते हैं। धरती आने वाली पीढ़ियों के रहने योग्य बनी रहे, इसलिए वृक्षारोपण जरूरी है। अगले साल भी वृक्षारोपण का यह अभियान जारी रहेगा। एक नहीं कम से कम दो पेड़ प्रतिदिन लगायेंगे। आप भी साथ आइये, हर शुभ अवसर पर पेड़ लगाइए।

 

द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल