राम के साथ लोंगों को रोटी से भी जोड़ेगी भाजपा
संकल्प पत्र में हर घर के एक सदस्य को रोजगार देने या स्वरोजगारी बनाने का वादा एमएसएमई, ओडीओपी, आत्मनिर्भर युवा स्टार्टअप मिशन बनेगा इसका जरिया लेदर पार्क, फ़ूड पार्क, धन्वंतरि मेगा हेल्थ पार्क, आईटी पार्क में मिलेगा स्थानीय स्तर पर रोजगार*
डिफेंस कॉरिडोर, एक्सप्रेस वे से लगे बनने वाले औद्योगिक गलियारे भी देंगे रोजगार के अवसर
राम और रोटी का रिश्ता अटूट है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। राम मंदिर आंदोलन को धार देकर भाजपा ने इसे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का सबसे प्रमुख एजेंडा बनाया। करीब 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद जब राम मंदिर आंदोलन के बारे में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और अयोध्या में राम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तो केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा ही सत्ता में रही। सोने पर सुहागा यह कि इस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ थे। यह वह पीठ है जिसका राम मंदिर आंदोलन से वास्ता करीब 100 वर्षों का है। योगी के दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ, गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ और खुद योगी आदित्यनाथ राम मंदिर आंदोलन के हर महत्वपूर्ण घटना के समय मौजूद रहे।
ऐसे में जनमानस के मन में यह बैठ गया है कि अयोध्या में श्रीराम को फिर से पुनर्स्थापित करने का काम भाजपा ने किया। इस चुनाव में तो ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाना हर किसी की जुबान पर है।
राम से अपना और राम के जरिये लोगों से अटूट रिश्ता जोड़ने के बाद भाजपा का जोर सबको रोटी उपलब्ध कराने पर है। क्योंकि कहा भी गया है कि भूखे भजन न होई गोपाला।
भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 में हर परिवार के कम से कम एक उत्पादक सदस्य को रोजगार/या स्वरोजगार उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता इसी की कड़ी है।
भाजपा सरकार का दावा है कि अपने मौजूदा कार्यकाल के दौरान उसने 3 करोड़ लोगों को रोजगार या स्वरोजगार देकर उनके और उनके परिवार वालों के लिए रोजी-रोटी की व्यवस्था की। सत्ता में वापस आने पर भाजपा इस सिलसिले को जारी रखेगी। यह सब कैसे होगा इसका पूरा व्योरा भी संकल्प पत्र में दिया गया है।
संकल्प पत्र के मुताबिक सरकार का लक्ष्य अगले 5 साल में प्रदेश 10 लाख करोड़ निवेश लाने का है। इस निवेश से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा या वह लगने वाली इकाइयों के लिए अनुषांगिक इकाई लगाकर खुद तो रोजगार पाएंगे ही औरों को भी रोजगार दे सकेंगे।
इस निवेश के अलावा जनरल विपिन सिंह रावत डिफेंस कॉरिडोर, 6 मेगा फ़ूड पार्क, 6 धन्वंतरि मेगा हेल्थ पार्क, 6 एमएसएमई पार्क, हर मंडल में बनने वाले इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी (आईटी) पार्क, कानपुर में स्थापित होने वाला मेगा लेदर पार्क, सभी पाँच एक्सप्रेस वे के किनारे बनने वाले औद्योगिक गलियारे और ओडीओपी (एक जिला,एक उत्पाद) आदि इसका जरिया बनेंगे।
संकल्प पत्र के मुताबिक एक्सप्रेस वे के किनारे बनने वाले इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से लगभग 5 लाख युवाओं को रोजगार/स्वरोजगार मिलेगा। इसी तरह लेदर पार्क से दो लाख लोंगों को रोजगार/स्वरोजगार मिलेगा। आत्मनिर्भर युवा स्टार्ट मिशन के जरिये 10 लाख युवाओं को रोजगार/स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
खास बात यह है कि रोजगार/स्वरोजगार का यह अवसर स्थानीय स्तर पर मिलेगा। प्रदेश के समग्र विकास और रोजी-रोटी के लिए होने वाले पलायन को रोकने के लिए यह जरूरी भी है।