मुंबई. नवभारत ग्रुप का ‘नवभारत गवर्नेंस अवार्डस-2021’ समारोह बीते शनिवार को राजभवन में आयोजित हुआ. जिसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले और कोरोना काल में नेतृत्व प्रदान करने वाले महाराष्ट्र के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को ‘नवभारत गवर्नेंस अवार्ड’ प्रदान कर सम्मानित किया. इस भव्य कार्यक्रम में राज्यपाल ने नवभारत ग्रुप के मराठी दैनिक ‘नवराष्ट्र’ द्वारा प्रकाशित विशेषांक ‘रामराज्य’ का विमोचन भी किया. कार्यक्रम में नवभारत ग्रुप के प्रबंध संपादक श्री निमिष माहेश्वरी और निदेशक श्री वैभव माहेश्वरी समेत कई हस्तियां मौजूद थीं.
प्रशासनिक अधिकारियों के कर्तव्यपरायणता की तारीफ
राज्यपाल ने कोरोना काल में अपने जीवन की परवाह ना करते हुए अपना फर्ज निभाने वाले प्रशासकीय अधिकारियों के कर्तव्य निष्ठा की दिल खोलकर तारीफ की और कहा कि प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा के क्षेत्र में किये गए उत्कृष्ट कार्यों की ही बदौलत अपना देश कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सका. विकसित देशों की स्वास्थ्य सेवाएं हमारे देश से कहीं ज्यादा उन्नत है, उसके बावजूद देश में कम मौतें हुईं. राज्यपाल ने कहा कि महामारी के दौरान वार्ड बॉय से लेकर चिकित्सा निदेशक तक, पुलिस के जवान से लेकर महानिदेशक तक, छोटे से लेकर बड़े उद्यमी तक, सभी ने मिलजुल कर तन-मन और धन से तहे दिल से योगदान दिया. हालांकि, यह उपलब्धि प्रशासन में वरिष्ठ अधिकारियों के सही मार्गदर्शन के कारण ही प्राप्त हो सकी.
सत्यमेव जयते के लिए प्रतिबद्ध : कोश्यारी
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि भारत हजारों वर्षों से स्व-शिक्षित रहा है और स्वशिक्षित होने के साथ-साथ हमने दूसरों को भी शिक्षित किया है. हमारी कभी किसी को गुलाम बनाने की मानसिकता नहीं रही. अंतत: हम सत्यमेव जयते के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसमें हर नागरिक का योगदान है. कोरोना जैसे दैहिक और दैविक ताप (महामारी) ने जब अपने पैर दुनिया के कोने कोने में फैलाना शुरू किए तो सब जगह त्राहि-त्राहि मचने लगी. छोटे-छोटे देशों और यहां तक की बड़े-बड़े प्रोग्रेसिव देशों में भी मौत का तांडव हुआ. परंतु अपने देश भारत में अपेक्षाकृत कम लोग इसके शिकार हुए. इसके पीछे कहीं न कहीं भगवान राम का आशीर्वाद ही था. इसलिए हम कहते हैं कि हमारा देश इतना महान क्यों है. रामेश्वरम को गंगा जल चढ़ाया जाता है, जबकि केदारनाथ का अभिषेक रामेश्वरम के संगम के जल से किया जाता है. यही वह संस्कृति है, जो भारत को जोड़ती है. यह तुलसी और रामदास समर्थ जैसे लोगों का देश है.
दूसरों को प्रकाश देने का कार्य महत्वपूर्ण : माहेश्वरी
‘नवभारत गवर्नेंस अवार्ड’ कार्यक्रम की शुरुआत नवभारत ग्रुप के मैनेजिंग एडिटर श्री निमिष माहेश्वरी ने की. अपने शुरुआती उद्बोधन में श्री माहेश्वरी ने अवार्ड विजेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार दीपक स्वयं को जलाकर औरों को प्रकाश देता है, उसी प्रकार संकट के समय में आप जैसे कर्तव्यपरायण प्रशासनिक अधिकारियों ने खुद को जोखिम में डालकर समाज में उजाला फैलाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि नवभारत समाचार पत्र समूह द्वारा उठाया गया हर कदम लोगों के जीवन के विकास की दिशा में है.
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हुए सम्मानित
अवार्ड पाने वाली प्रमुख हस्तियों में महाराष्ट्र के मुख्य सचिव श्री सीताराम कुंटे, पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती मनीषा म्हैसकर, महात्मा फुले रिन्यूबल एनर्जी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री बिपिन श्रीमाली, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव श्री दिनेश वाघमारे, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री राधेश्याम मोपलवार, सिडको के प्रबंध निदेशक डॉ. संजय मुखर्जी, मुंबई मनपा के एडिशनल कमिश्नर श्री सुरेश काकानी शामिल थे.