शिवराज ने कहा बिना इलाज के नहीं रहेगा कोई गरीब
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में गरीबों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। कोई भी गरीब बिना इलाज के नहीं रहेगा। लोगों की जिंदगी बचाने से बड़ा पुण्य कोई नहीं है। संजीवनी 108 एंबुलेंस वास्तव में संजीवनी की तरह कार्य करती है। बीमार, घायल या दुर्घटनाग्रस्त को यदि समय पर अस्पताल पहुंचाकर इलाज मिल जाए, तो उसका जीवन बचाया जा सकता है। संजीवनी 108 एंबुलेंस लोगों का जीवन बचा कर अपने संजीवनी नाम को चरितार्थ कर रही हैं। आज नवीन एंबुलेंस वाहनों के संचालन का लोकार्पण कार्यक्रम वास्तव में लोगों की जिंदगी बचाने का अभियान है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल में यह बात आपातकालीन एंबुलेंस सेवाओं के विस्तार के लिए एकीकृत रेफरल ट्रांसपोर्ट प्रणाली में 108 संजीवनी एम्बुलेंस और जननी एक्सप्रेस के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 38 जिला चिकित्सालयों में सीटी स्केन मशीनों ने कार्य करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में चिकित्सकों की नियुक्ति का अभियान जारी है। हाल ही में 374 चिकित्सकों को नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने का आह्वान किया।
निःशुल्क किया जा रहा डायलिसिस
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 196 डॉयलिसिस मशीनों से निःशुल्क डायलिसिस किया जा रहा है। जिला चिकित्सालयों और सिविल अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे व्यवस्था करा दी गई है। आगामी वर्ष तक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर भी डिजिटल एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।
जिंदगी बचाने से बड़ा कोई काम नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की जिंदगी बचाने से बड़ा कोई पुण्य नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार मानते हुए कहा कि उन्होंने आयुष्मान योजना बनाई, जिससे 5 लाख रूपए तक का इलाज सरकारी और निजी अस्पताल में निःशुल्क कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार लगातार स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार कर रही है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश का कोई भी गरीब और निम्न वर्ग का व्यक्ति बिना इलाज के न रहे। राज्य सरकार रोगियों को नवजीवन देने और प्रदेश को रोग मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ का कार्य केवल नौकरी नहीं है, मरीजों और उनके परिजन के लिए ये भगवान के समान हैं।
गर्मी के बाद सभी जिलों में लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 313 विकासखंडों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। ग्रीष्म ऋतु के बाद सभी जिलों में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर लगाकर गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का परीक्षण कराया जाएगा। मरीजों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पतालों में पैथोलॉजी की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सभी जिला अस्पतालों में आईसीयू वार्ड प्रारंभ हो गए हैं। बच्चों के वार्ड भी प्रत्येक जिला अस्पताल में बना दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के बजट में इस वर्ष 29 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। प्रत्येक 25 हजार की आबादी पर मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक शुरू किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त और वर्ष 2030 तक मलेरिया मुक्त करने का लक्ष्य है।
मामा आजकल जरा खतरनाक मूड में है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से अधिकारियों, एंबुलेंस संचालन कंपनी के अधिकारियों को दो टूक कहा कि, एंबुलेंस का चक्का जाम नहीं होना चाहिए। एसीएस हेल्थ मोहम्मद सुलेमान को भी उन्होंने साफ निर्देश दिए कि कि ये तय कर लें कि कर्मचारियों को वेतन की परेशानी न हो। पिछले वालों को हम भुगत चुके हैं। स्ट्राइक खत्म करना हमारा काम नहीं है। एक दिन भी एंबुलेंस का चक्का जाम नहीं होना चाहिए और अगर मिल गई तो ध्यान रखना, मामा आजकल जरा खतरनाक मूड में है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने संचालन कंपनी वालों से कहा कि जरा माइक पर बोल दो कि शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।
द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल