रोज सुबह 7 से 10 बजे तक खुलेंगी दुकानें, फोन पर खाना मंगा सकेंगे अकेले रहने वाले बुजुर्ग और छात्र
उत्तराखंड सरकार ने लॉकडाउन के दौरान सुबह 7 से 10 बजे तक आवश्यक सेवाओं से संबंधित दुकानें खोलने की ढील बरकरार रखी है। बुधवार को इस संबंध में सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं।
सचिव स्वास्थ्य नितेश कुमार झा की ओर जारी आदेश के अनुसार पूर्व की भांति लॉकडाउन के दौरान सुबह सात से 10 बजे तक तीन घंटे के लिए पूर्व की भांति आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी। इस अवधि के दौरान राशन, फल, सब्जी और अन्य आवश्यक चीजें खरीदी जा सकेंगी।
फोन पर खाना मंगा सकेंगे अकेले रहने वाले बुजुर्ग और छात्र
अकेले रहने वाले बुजुर्ग और छात्र फ़ोन पर खाना मांगा सकेंगे। यह सुविधा सिर्फ सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही मुहैया हो सकेगी। जिलाधिकारी ने इस संबंध में बुधवार शाम को आदेश जारी किए हैं। जबकि, शहर में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें वही सुबह सात बजे से 10 बजे तक खुली रहेंगी। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने के लिए होटल द्रोण का अधिग्रहण किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जो बुजुर्ग खाना बनाने में अक्षम है वह जिला अभिहित अधिकारी गणेश खंडवा को फोन कर अपने लिए खाना मंगा सकते हैं। इसके अलावा जो छात्र जिनके जिनके पास खाना बनाने की सुविधा नहीं है वह भी नगर निगम की अपर नगर आयुक्त सानिया पंत को फोन पर अपना खाना मंगा सकते हैं। इसके अलावा पुलिस कंट्रोल रूम को फ़ोन कर भी खाना मंगाया जा सकता है। जिन्हें पशुओं का चारा आदि चाहिए वह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एस बी पांडे को फोन कर पशुओं का चारा आदि मंगा सकते हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि आई आर एस की तर्ज पर कोविड-19 रिस्पॉन्स टीम का भी गठन किया गया है। जिले में जो डॉ. वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज कर रहे हैं उनके प्रवास के लिए होटल द्रोण का अधिग्रहण किया गया है होटल में वह सभी डॉ. रुक सकते हैं। जिले में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए उत्तराखंड पावर कारपोरेशन को निर्देशित किया गया है कि वह रोस्टर बार अपने कर्मचारियों को नियुक्त करें।
निर्बाध चलने वाली फैक्ट्रियों में सुरक्षा का इंतेजाम
आवश्यक वस्तु से संबंधित जिन फैक्ट्रियों का चलना अपरिहार्य है, उनके लिए डीएसपी लोकजीत सिंह को तैनात किया गया है कोई भी जिस किसी को सुरक्षा की आवश्यकता है या पास की जरूरत है वो इनके नंबर पर कॉल या व्हाट्सएप कर सकता है। इसके अलावा पुलिस कंट्रोल रूम को भी जानकारी दे सकता है।
वेबसाइट पर भी ली जा सकती है जानकारी
जिस किसी व्यक्ति को घर पर खाना मंगाना है या फिर प्रशासन से किसी भी अन्य प्रकार की जानकारी चाहिए वह जिला प्रशासन की वेबसाइट से भी जानकारी ले सकता है।