लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से वर्ष 2022 बैच के यूपी संवर्ग के भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय वन सेवा के 14 प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि सामूहिक भावना से प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करते रहना चाहिए। जो मूल्य सीखे हैं, उन्हें सैद्धांतिक दायरे तक सीमित नहीं रखना चाहिए। देश के लोगों के लिए काम करते हुए उन्हें कई चुनौतियों और कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा, ऐसे में उन्हें इन मूल्यों का पालन करते हुए पूरे विश्वास के साथ काम करना होगा। विभाग में वरिष्ठ अधिकारी राज्य सरकार की योजनाओं को आम जनमानस तक कैसे पहुंचा रहे हैं, कैसे कार्य कर रहे हैं, इन बातों को सीखने का प्रयत्न निरंतर करते रहना चाहिए, सीखने की आदत नहीं छोड़नी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर करना तथा देश की जनता के उत्थान का मार्ग प्रशस्त करना, उनका संवैधानिक कर्तव्य के साथ-साथ नैतिक दायित्व भी हैं। समाज के हित के लिए कोई भी कार्य कुशलतापूर्वक तभी पूरा किया जा सकता है, जब सभी हितधारकों को साथ लिया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि देश का अमृत काल चल रहा है। अगले 25 वर्षों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नीति-निर्माण और उनके कार्यान्वयन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। देश के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं और पुरुषों दोनों का योगदान महत्वपूर्ण हैं। अपनी सेवा के दौरान वह जहां भी रहे, लड़कियों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करते रहें। जब हमारी बेटियां विभिन्न क्षेत्रों में आगे आएंगी, तभी हमारा देश और समाज सशक्त बनेगा।
बैठक में महानिदेशक उपाम एल0वेंकटेश्वर लू, निदेशक उपाम नीना शर्मा, अपर निदेशक उपाम डॉ0 गरिमा यादव सहित अन्य अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।