आई0ए0एस0 अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी: मुख्यमंत्री
विकास कार्यों के क्रियान्वयन में प्रशासनिक अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिकाप्रशासनिक अधिकारी सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करें कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में भी प्रशासनिक अधिकारियों की प्रभावी भूमिका होती है अन्तर्विभागीय समन्वय कार्याें को क्रियान्वित करने का एक बेहतर माध्यम बेहतर प्रबन्धन से आत्मनिर्भर गांव की दिशा में आगे बढ़ना होगा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां लोक भवन में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2020 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आई0ए0एस0 अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। विकास कार्यों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करें। उनके लिए यह सकारात्मक दृष्टिकोण न केवल सेवाकाल में, बल्कि जीवन में भी उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी संवाद के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ जनता तक पहुंचे, इसके लिए जरूरी है कि अधिकारी तमाम विषयों और मुद्दों से भली-भांति परिचित हों। उन्हें अपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए परिश्रमी और तेजी से फैसले लेने में भी सक्षम होना चाहिए। साथ ही, मामलों का निस्तारण पारदर्शी तथा समयबद्ध ढंग से किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सुशासन के लक्ष्य की पूर्ति के लिए सुदृढ़ कानून व्यवस्था आवश्यक है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने विगत 05 वर्षाें में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किये हैं। प्रदेश में कायम अमन चैन के माहौल ने विकास गतिविधियांे को नई ऊंचाइयां प्रदान की हैं। प्रदेश में सभी पर्व एवं त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाये जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में प्रशासनिक अधिकारियों की प्रभावी भूमिका होती है। कभी-कभी एक छोटी सी घटना भी बड़े विवाद का रूप ले लेती है, जिसे प्रारम्भिक चरण में ही संवाद के माध्यम से निस्तारित कर लेना चाहिए। लोकतंत्र में जन आकांक्षा एवं जन आस्था का सम्मान आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्तर्विभागीय समन्वय कार्याें को क्रियान्वित करने का एक बेहतर माध्यम है। प्रदेश सरकार ने विगत 05 वर्षाें में अन्तर्विभागीय समन्वय द्वारा पूर्वी उत्तर प्रदेश में इन्सेफेलाइटिस के प्रभावी नियन्त्रण में सफलता प्राप्त की है। प्रदेश के आकांक्षात्मक जनपदों मंे अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से विकास कार्यांे को सम्पादित किया जा रहा है। परिणामस्वरूप आकांक्षात्मक जनपदों की डेल्टा रैंकिंग मंे प्रदेश के जनपद फतेहपुर ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। साथ ही, 07 अन्य आकांक्षात्मक जनपदों ने भी डेल्टा रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। अब हमें बेहतर प्रबन्धन से आत्मनिर्भर गांव की दिशा में आगे बढ़ना होगा। ग्राम पंचायतें अपने संसाधनों के बेहतर प्रबन्धन एवं जन सहभागिता से अपने राजस्व को बढ़ाकर विभिन्न विकास कार्य सम्पादित कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और विविधतापूर्ण राज्य में अधिकारियों को अपनी क्षमता व दक्षता दिखाने का अवसर मिला है। बगैर किसी भेदभाव, दबाव व पक्षपात के जनसंवाद के आधार पर कार्य करके, वे एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हो सकेंगे। उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी के महानिदेशक श्री एल0 वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।