नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) योजना के तहत पूरे भारत में 14,500 स्कूलों को डेवलप और अपग्रेड करने का ऐलान किया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-श्री स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तनकारी और समग्र तरीका होगा।इसमें आधुनिक तकनीक, स्मार्ट क्लासेज, स्पोर्ट्स और आधुनिक अवसंरचना पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक ट्वीट कर यह घोषणा की।

सरकार बनाएगी मॉडल स्कूल

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज, शिक्षक दिवस पर मैं एक नई पहल की घोषणा कर रहा हूं। प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) के तहत देश भर में 14,500 स्कूलों को डेवलप और अपग्रेड किया जाएगा। ये सभी मॉडल स्कूल बनेंगे और इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पूरी भावना समाहित होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-श्री स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तन लाने वाला और समग्र तरीका होगा तथा इनमें खोज उन्मुख और सीखने को केंद्र में रखकर शिक्षा प्रदान करने के तरीके पर जोर रहेगा. उन्होंने कहा कि इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लासेज, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

छात्रों के लिए फायदेमंद होंगे पीएम-श्री स्कूल

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने शिक्षा क्षेत्र में व्यापक बदलाव किए हैं।उन्होंने उम्मीद जताई कि पीएम-श्री स्कूल भारत भर के लाखों छात्रों को फायदा पहुंचाएंगे. केंद्र प्रायोजित इस योजना का क्रियान्वयन केंद्र सरकार, राज्य, केंद्र शासित प्रदेश और स्थानीय निकाय के मौजूदा स्कूलों को विकसित करके किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पीएम-श्री स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी घटकों की झलक दिखेगी और ये अनुकरणीय स्कूलों की तरह काम करेंगे तथा आसपास के अन्य स्कूलों का मार्गदर्शन भी करेंगे।

छात्रों में कौशल का विकास करेंगे पीएम-श्री स्कूल

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि इन स्कूलों का उद्देश्य सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, अध्ययन और संज्ञानात्मक विकास होगा, बल्कि 21वीं सदी के कौशल की जरूरतों के अनुरूप समग्र और पूर्ण विकसित नागरिकों का निर्माण करना भी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पहल की यह कहते हुए सराहना की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और भारत को एक जीवंत ज्ञान समाज बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

एक प्रयोगशाला है राष्ट्रीय शिक्षा नीति

धर्मेंद्र प्रधान ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की एक प्रयोगशाला है, जिसमें 14,500 अनुकरणीय स्कूल अपने अनूठे अनुभवात्मक, समग्र, पूछताछ-संचालित और शिक्षार्थी-केंद्रित शिक्षाशास्त्र के साथ मानवतावादी दृष्टिकोण वाले अच्छे व्यक्तियों का निर्माण होगा, जो 21 वीं सदी के कौशल के अनुरूप होगा. प्रधान ने कहा कि पीएम-श्री स्कूल क्षेत्र के अन्य स्कूलों को भी नेतृत्व प्रदान करेंगे, ताकि अध्ययन का एक माहौल बने और शैक्षणिक नतीजों में सुधार हो।