उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदेश में मंकीपॉक्स संक्रमण की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रदेश में विशेष सावधानी बरती जाए। इसके लक्षण, उपचार और बचाव आदि के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को सही और समुचित जानकारी देते हुए जागरूक किया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सलाहकार समिति से परामर्श करें। उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड अस्पतालों में न्यूनतम 10 बेड केवल मंकीपॉक्स से प्रभावित मरीजों के लिए आरक्षित रखे जाएं। ये बातें उन्होंने बुधवार को अफसरों के साथ बैठक में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशन में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीटमेंट और टीकाकरण की रणनीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण पूरी तरह नियंत्रित है।
उन्होंने कहा कि 34 करोड़ से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 15 वर्ष से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 98.78 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15-17 आयु वर्ग के 100.50 प्रतिशत किशोरों और 12 से 14 आयु वर्ग के 99.9 प्रतिशत से अधिक बच्चों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। पात्र लोगों को टीके की दूसरी खुराक समय से दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के नए चरण में टीके की ‘अमृत डोज’ (बूस्टर डोज) दी जा रही है। बूस्टर डोज निःशुल्क है। अब तक 55 लाख लोगों ने निःशुल्क बूस्टर डोज लगवा ली है। बूस्टर डोज के लिए तय 75 दिनों के लक्ष्य के सापेक्ष इसमें तेजी की अपेक्षा है। इसके लिए मिशन मोड़ में प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित कराएं कि प्रत्येक पात्र प्रदेशवासी को मुफ्त बूस्टर डोज जरूर लग जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी शासकीय अधिकारी व कर्मचारी बूस्टर डोज लगवाएं। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से आम जन को जागरूक करें। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को सही जानकारी दी जाए। विविध मीडिया माध्यमों का सहयोग लिया जाना उचित होगा। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक उपयोग करें।