शासन के निर्देशानुसार नैनीताल फेलोशिप प्राप्त कर अध्ययन के लिए विदेश जाने वाले विद्यार्थियों की मदद के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय आगे आया है। विवि की ओर से इसके लिए अंतरराष्ट्रीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। इसके तहत भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ ही विदेशी विद्यार्थियों को भी सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। अध्ययन के लिए विदेश जाने वाले विद्यार्थियों को वीजा दिलाने में विवि प्रबंधन मदद करेगा।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी की ओर से नई शिक्षा नीति के तहत अंतरराष्ट्रीय छात्र सहायता के लिए  इन प्रकोष्ठों की स्थापना, संरचना और उनकी ओर से किए जा रहे कार्यों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। विवि और संबद्ध परिसरों, महाविद्यालयों और संस्थानों में नई शिक्षा नीति के अनुपालन के लिए इस प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। यह कमेटी सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय छात्रों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी समय-समय पर विदेशी विद्यार्थियों तक पहुंचाएगी। कार्यशालाओं का आयोजन कर अन्य गतिविधियों की भी जानकारी दी जाएगी। कमेटी का यह भी कार्य होगा कि जो छात्र-छात्राएं फेलोशिप प्राप्त कर अध्ययन के लिए विदेश जा रहे हैं उन विद्यार्थियों को वीजा दिलाने में मदद की जाए। फेलोशिप के तहत यहां पहुंचने वाले विद्यार्थियों को सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं के बारे में बताया जाएगा।