जनपद गोरखपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत बने किफायती आवास के 1500 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने आवास की चाभी प्रदान कि।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत बने किफायती आवास के 1500 लाभार्थियों को आवास की चाभी प्रदान की, जिसमें 149 अल्पसंख्यक, 394 पिछड़ा वर्ग, 281 अनुसूचित जाति, 12 अनुसूचित जनजाति तथा 664 सामान्य जाति के लाभार्थी शामिल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सबका साथ सबका विकास का जो मंत्र दिया है, उसका लाभ हर तबके को मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 45 लाख लोगों को आवास उपलब्ध कराया गया। गोरखपुर में शहरी क्षेत्र के 34,228 लोगों को आवास उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार बनने के बाद सबको विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सामान्य रूप से मिल रहा है। वर्ष 2017 के पहले जे0ई0/ए0ई0एस0 से हजारो मासूम मौत के शिकार हो जाते थे, जिसका प्रमुख कारण घरों में शौचालय न होना था। प्रदेश में सरकार बनने के बाद स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत हर घर में शौचालय उपलब्ध कराया गया, जिससे जे0ई0/ए0ई0एस0 की रोकथाम में मदद मिली। हर घर को बिजली उपलब्ध करायी जा रही है। शहरी क्षेत्र में झूलते हुए तारों को भी हटाया जा रहा है। साथ ही, गोरखपुर के नये क्षेत्रों में भी बुनियादी सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों को अपना आवास बनाना कठिन होता है। आज मात्र 02 लाख रुपये में ही आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छे आवास में बच्चों की अच्छी पढ़ाई होगी और वे अच्छी सोच के साथ देश, प्रदेश एवं जनपद के विकास के लिए कार्य करेगे। उन्होंने कहा कि मानबेला का यह क्षेत्र काफी विकसित हो रहा है। यहां पर फर्टिलाइजर प्लाण्ट, सैनिक स्कूल, पी0ए0सी0 की महिला बटालियन की स्थापना हो रही है। अगले माह में एम्स एवं फर्टिलाइजर प्लाण्ट का लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जायेगा। आज 1,500 परिवारो के लिए नया सवेरा है। उन परिवारो के लिए दीवाली जैसा उत्सव है। प्रधानमंत्री जी की संकल्पना को साकार करते हुए हमें 2022 तक हर गरीब के सिर पर छत की व्यवस्था करनी है समाज के सभी तबकों के लिए सरकार कार्य कर रही है। वनटांगिया गांव में जो लोग 05 साल पहले झोपड़ियो में रहते थे, आज उन सबके पास अपना मकान है। स्कूल के साथ स्मार्ट क्लास है। बिजली और सोलर पैनल से गांव रोशन है। उन्होंने कहा कि हमें व्यापक सम्भावनाओं के लिए खुद को और शहर को तैयार करना होगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ मलिन बस्तियों को भी जोड़ा जा सकता है। प्रशासन मलिन बस्तियो के अलावा अन्य तबकों के लिए भी योजनाएं बनाये। माफियाओं द्वारा कब्जा की गयी जमीनों को मुक्त कराकर गरीबों के लिए मुक्त आवास बनाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।