जनकल्याणी योजनाओं के सहारे प्रदेश की तस्वीर बदलेंगे शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पूरा फोकस जनकल्याणकारी योजनाओं पर केन्द्रित है। यही वजह है कि वे लगातार जनकल्याणी योजनाओं में बदलाव कर रहे हैं। बदलाव कर हर वर्ग तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के प्रयास में जुटे शिवराज ने अधिकारियों से भी साफ कह दिया है कि योजनाओं के क्रियांवयन में किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दोनों दिनों तक सतपुड़ा के जंगलों में पर्यटक स्थल पचमढ़ी में मंत्रियों और अधिकारियों के साथ जनकल्याणी योजनाओं पर मंथन किया। योजनाओं में जहां बदलाव करना था, उन्हें बदला और नए रूप में लोगों को तक पहुंचाने की रूपरेखा बनाई। अब अधिकारियों को भी साफ निर्देश दिए हैं कि योजनाओं को मूर्तरूप देने मैदानी कार्ययोजना भी बनाएं। योजनाओं के क्रियांवयन में किसी तरह की गड़बड़ी भी न हो।
हर नगरीय निकाय में संजीवनी क्लीनिक
मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए नगरीय निकायों में संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे। इन क्लीनिकों में सामान्य बीमारी का इलाज हो सकेगा। आने वाले 1 वर्ष में हर नगरीय निकाय में यह संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे। मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को सुपर स्पेशलियटी हास्पिटल के रूप में मध्य प्रदेश सरकार विकसित करेगी। जिला अस्पतालों में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर मई के महीने से लगाए जाएंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमेशा इनोवेशन को प्रमोट करने में रुचि रखते हैं, वे नई पहल और नई योजना हमेशा मध्यप्रदेश में लाते हैं जिसका लाभ मध्य प्रदेश की जनता तो उठाती ही है, इतना ही नहीं आने वाले वर्षों में देश में कई प्रदेश उसको अपने यहां लागू करते हैं। इसी कड़ी में देश में पहला प्रयोग एआई का सिलेबस शुरू करना है। देश में पहली बार मध्यप्रदेश में आठवीं से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की पढ़ाई शुरू की जाएगी। एआई का सरल अर्थ है एक मशीन में सोचने समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना। मध्यप्रदेश के बच्चों को इस तकनीक के बारे में पढ़ाया समझाया जाएगा।
फोन पर किसानों को मिलेगी वैज्ञानिक जानकारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड में ही अब तक बीमा होता था, अब वन ग्रामों के लिए शुरुआत की गई है। हरदा और सीहोर को पायलट के रूप में लिया गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रदेश में अस्पतालों की तरह कृषि ओपीडी की शुरुआत कर किसानों को दूरभाष पर कृषि वैज्ञानिकों से मार्गदर्शन दिलवाने की पहल। वहीं टेलीमेडिसिन और पशुओं के उपचार की बेहतर व्यवस्था के साथ कृषक वर्ग के लिए कृषि ओपीडी का प्रयोग करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य।
ओला, अन्य वाहनों में पैनिक बटन
प्रदेश में दुर्घटनाओं में कमी लाने ट्रालियों और अन्य वाहनों पर रेडियम के उपयोग को सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा ओला और अन्य यात्री वाहनों में पैनिक बटन की व्यवस्था से अपराधों को नियंत्रित करने के प्रयास।
ड्रोन से वन्य प्राणियों की सुरक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन अभराण्यों में वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाए हैं उन्होंने बताया कि वन्य-प्राणियों की सुरक्षा में ड्रोन का उपयोग। पुराने वाहनों को ध्वनि रहित और प्रदूषण रहित बनाकर सफारी गतिविधियों में उपयोग किया जाएगा। बफर से सफर और एलईडी के माध्यम से वन्य-प्राणियों के प्रति व्यवहार के संबंध में पर्यटकों को जानकारी देने का नवाचार।
होंगे कबीर, वाल्मिकी महाकुंभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 अप्रैल को बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा। कबीर महाकुंभ और वाल्मीकि महाकुंभ भी होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य होगा जहाँ एमबीबीएस की पढ़ाई इस वर्ष से हिंदी में आरंभ होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस में 6 हजार पदों पर भर्ती आरंभ होने वाली है। इसमें 50 प्रतिशत नंबर फिजिकल और 50 प्रतिशत नंबर लिखित परीक्षा के होंगे।
द्वारा राजेंद्र पाराशर पत्रकार भोपाल