गोवंश पालन के लिए दी जाने वाली राशि बकाया न रहे-सीएम योगी
अस्पतालों, गौशालाओं व रैन बसेरों का अधिकारी करें निरीक्षण-सीएम योगी*
रैन बसेरों में मुसाफिरों, निराश्रितों की सुविधाओं और जरूरतों का रखें ध्यान-
कोविड से बचाव के इंतजाम, शीतलहर और ओलावृष्टि की स्थिति में जिलों की व्यवस्थाओं की पड़ताल के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को शुक्रवार की टीम-9 की उच्चस्तरीय बैठक में निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में ठंड से बचाव किए जाएं और चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सहभागिता योजना और कुपोषित बच्चे वाले परिवारों को गोवंश पालन के लिए दी जाने वाली मासिक 900 की राशि बकाया न रहे। उन्होंने अधिकारियों से इसकी समीक्षा करते हुए समय से भुगतान करने के निर्देश दिए।उन्होंने अस्पतालों, गौशालाओं व रैन बसेरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शीतलहर और कोविड को देखते हुए असहाय, निराश्रित लोगों, अकेले रह रहे बुजुर्ग जनों, दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान दिया जाए। रैन बसेरों में समुचित प्रबंध रखे जाएं। पुलिस, राजस्व और नगर विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके इलाज, भोजन की व्यवस्था करें। इनमें अगर संक्रमण की पुष्टि हो तो अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखा जाए।
रैन बसेरों में मुसाफिरों, निराश्रितों की सुविधाओं और जरूरतों का रखें ध्यान-योगी
सीएम ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि मुफ्त खाद्यान्न वितरण का कार्य प्रदेश में सुचारु रखा जाए। एक भी पात्र व्यक्ति राशन से वंचित न रहे। रैन बसेरों में मुसाफिरों, निराश्रितों की सुविधाओं और जरूरतों की पूरी व्यवस्था करें। सीएम ने कहा कि जिलों में कोविड ट्रेसिंग, टेस्टिंग, टीकाकरण, अस्पतालों की व्यवस्था, गौशालाओं के प्रबंधन, रैन बसेरों के इंतजाम आदि का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराएं। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि जनपदों में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को 24×7 एक्टिव रखा जाए। कोरोना की पहली और दूसरी लहर की तरह ही वहां नियमित बैठकें आयोजित की जाएं। आईसीसीसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल मौजूद रहे।