खेती की लागत कम करके किसानों को आय को बढ़ा रही सरकार
कृषि यंत्रीकरण और ड्रिप इरीगेशन को बढ़ावा दे रही है योगी सरकार यंत्रों के उपयोग से बीज, खाद और पानी की खपत होती है कम कृषि यंत्रों पर अनुदान उपलब्ध करा रही है सरकार
योगी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी दिशा में सरकार खेती में लगने वाली लागत को कम करने के लिए लगातार प्रयत्नशील है। इसके लिए कृषि यंत्रीकरण और ड्रिप इरीगेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार कृषि यंत्रों की खरीद और ड्रिप इरीगेशन के लिए अनुदान उपलब्ध करा रही है।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि उनको उपज का उचित मूल्य मिले, साथ ही खेती की लागत को कम किया जाए। योगी सरकार किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के साथ ही खेती की लागत को कम करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए सबसे अच्छा माध्यम कृषि का यंत्रीकरण है।
कृषि यंत्रों के उपयोग से बीज, खाद का उपयोग कम मात्रा होता है और पैदावार भी ज्यादा होती है। साथ ही खर-पतवार पर भी नियंत्रण रहता है। जैसे जीरोट्रिल सीड कम फर्टीलाइजर ड्रिल मशीन का उपयोग करने से खाद और बीज एक साथ गिरता है। पौधे एक लाइन से और बराबर दूरी पर उगते हैं। इससे बिना जोते गए खेत में बुवाई की जा सकती है। खाद और बीज की खपत काफी कम हो जाती है। योगी सरकार कृषि यत्रों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अनुदान देती है। अलग-अलग यंत्रों पर सरकार की तरफ से 50 फीसदी तक अनुदान दिया जाता है।
इसके साथ ड्रिप एरीगेशन के माध्यम से भी खेती की लागत में कमी आती है। साथ पानी का अपव्यय नहीं होता है। ड्रिप एरीगेशन के माध्यम से 60 फीसदी तक पानी की बचत होती है। इसके लिए भी सरकार किसानों को सब्सिडी देती है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसका उपयोग करें। इसके साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए सरकार सोलर पंप भी उपलब्ध करा रही है। सरकार की योजना अगले पांच साल मे एक लाख सोलर पंप उपलब्ध कराने की है। सोलर पंप के उपयोग से सिंचाई की लागत को कम किया जा सकता है।