कारीगरों के हुनर को और निखारेगी योगी सरकार
50 हजार कारीगरों को किया जाएगा प्रशिक्षित सरकार ने 100 दिन की कार्ययोजना में किया शामिल विश्वकर्मा श्रम सम्मान/मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार/ओडीओपी योजना के तहत दिया जाएगा प्रशिक्षण पांच साल में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत 5 लाख कारीगरों को प्रशिक्षित कर दिया जाएगा टूलकिट ओडीओपी योजना के तहत पांच वर्ष में 1.5 लाख कारीगरों को किया जाएगा प्रशिक्षित
योगी सरकार पारंपरिक कारीगरों को हुनर को और निखारने के लिए प्रशिक्षण देगी ताकि वे अपने हुनर को रोजगार के साधन के रूप में मजबूत कर सकें। इसके साथ ही उन्हें टूल किट भी दिया जाएगा ताकि उन्हें अपने कार्य को करने में आसानी हो।
प्रदेश सरकार विश्वकर्मा श्रम सम्मान/ मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार/ ओडीओपी योजना के तहत के तहत 50 हजार पारंपरिक कारीगरों को प्रशिक्षण देगी। सरकार ने इसे 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल किया है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की शुरुआत स्वरोजगार को बढ़ावा देने और कारीगरों के विकास शुरू की गई है। इसके तहत पारंपरिक कारीगरों और दस्तकारों के हुनर को और ज्यादा निखारने के लिए मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के पारंपरिक कारीगरो व दस्तकारों बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, लोहार, कुम्हार आदि को अपने काम करने के लिए आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है।
प्रदेश सरकार आने वाले पांच सालों में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत 5 लाख कारीगरों को प्रशिक्षित कर टूलकिट उपलब्ध कराएगी। इसके साथ ओडीओपी योजना के तहत पांच वर्ष में 1.5 लाख कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसका लाभ लेकर लोग अपने हुनर को निखारेंगे और अपनी आय बढ़ा सकेंगे। इसके लिए ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा।