उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के एक जिला, एक उत्पाद की दूसरे देशों के दूतावासों में भी ब्रांडिंग की जाएगी। दूतावासों में ओडीओपी के उत्पाद भी प्रदर्शित किए जाएंगे और डिस्प्ले में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की भी जानकारी दी जाएगी, ताकि लोग वहां से भी प्रोडक्ट आयात कर सकें। इससे ओडीओपी के उत्पादों का विदेशों में भी निर्यात बढ़ेगा। वहीं, सोशल मीडिया पर भी योगी सरकार की महत्वकांक्षी योजना ओडीओपी से जुड़े प्रोडक्ट के बारे में अब पूरी जानकारी विभिन्न भारतीय भाषाओ में भी मिलेगी।
कू ऐप के साथ किया गया एमओयू
इसके लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने माइक्रो ब्लागिंग ऐप ‘कू’ के साथ एक एमओयू किया है। इससे अब प्रदेश के उत्पादों को प्रमोट करने में मदद मिलेगी। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल और ‘कू’ के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अप्रमेय राधाकृष्ण ने बुधवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।
इसके तहत ‘कू’ अपने यूजर्स के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए ओडीओपी से जुड़ी सामग्री और उत्पादों का 10 भाषाओं में प्रचार-प्रसार का मंच प्रदान करेगा। इसके अलावा ‘कू’ कॉर्पोरेट सेक्टर में उपहार देने के लिए भी ओडीओपी के उत्पाद भी खरीदेगा।
इस समझौते से गैर-अंग्रेजी भाषी कारीगरों व लोगों तक ओडीओपी से जुड़े कार्यक्रमों और योजनाओं तक पहुंच हो जाएगी। साथ ही प्रदेश के स्थानीय कारीगरों के पास और बड़ा बाजार उपलब्ध हो जाएगा। इससे उन्हें व्यवसाय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
‘कू’ ऐप पर उपलब्ध ओडीओपी हैंडल @UP_ODOP पर जाकर इसके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस बारे में एमएसएमई अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि कू के साथ यह जुड़ाव हमारे ओडीओपी उत्पादों को बड़े यूजर्स तक पहुंचाने में मदद करेगा और कई क्षेत्रीय भाषाओं में ओडीओपी के विषय में बातचीत को बढ़ावा देगा।