उत्तराखंड सरकार केदारनाथ में दुनिया का सबसे लंबा रोपवे बनाने की योजना बना रही है जो उत्तराखंड के चारधामों में से एक है केदारनाथ रोपवे द्वारा सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की दूरी 13 किलोमीटर होगी. केदारनाथ रोपवे समुद्र तल से 11,500 फीट (3,500 मीटर) की ऊंचाई पर दुनिया के सबसे ऊंचे रोपवे में से एक होगा. केदारनाथ के लिए रोपवे से सोनप्रयाग से केदारनाथ पहुंचने में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा. तीर्थयात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम केवल 1 घंटे में रोप-वे से पहुंचेंगे, जबकि पैदल/टट्टू से लगभग 8 से 12 घंटे का समय लगता है
रोपवे की क्षमता प्रति घंटा 5 हजार यात्रियों को ले जाने की होगी. इसके साथ ही राष्ट्रीय वन्य जंतु बोर्ड ने रामबाड़ा से गरुड़चट्टी तक साढ़े 5 किलोमीटर पैदल ट्रैक के निर्माण को भी मंजूरी दे दी है. बता दें कि यह मार्ग 2013 की आपदा में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था
श्रद्धालु केदारनाथ धाम का सफर बहुत ही कम समय में और आसानी से कर सकेंगे. इससे श्रद्धालुओं की संख्या में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. दरअसल केदारनाथ धाम के लिए रोपवे के निर्माण का प्रस्ताव वैसे तो पहले ही स्वीकृत हो चुका था , लेकिन इसे राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की क्लीयरेंस मिली भी जरूरी थी. इसकी लागत करीब 1200 करोड़ है , और इससे सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच की दूरी बहुत कम समय में तय हो सकेगी.