देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को निरंजनपुर, देहरादून स्थित नवीन मण्डी में आयोजित कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, इनका परीक्षण काराकर प्रस्ताव बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुआंवाला-डोईवाला मार्ग पर दण्डेश्वर मंदिर का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण कर लोगों को वृक्षारोपण के लिये प्रेरित भी किया।
मुख्यमंत्री ने हजारों की संख्या में आये किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 21वीं सदी का भारत पूरी दुनिया को दिशा देने का कार्य कर रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से कार्य हो रहे हैं। उनकी प्रेरणा से कृषि के क्षेत्र में तमाम अनुसंधान हो रहे हैं। ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में भी ‘एक जिला और दो उत्पाद’ पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से यह वर्ष अन्तरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। हमारे श्री अन्न को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है। नवाचार के क्षेत्र में देश में अनेक कार्य हो रहे हैं। स्वरोजगार के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है।
सीएम धामी ने कहा कि भारत इस वर्ष जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। उत्त्राखण्ड को जी-20 की तीन बैठकें आयोजित करने का अवसर मिला। देश के 50 से अधिक शहरों में इन बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इन बैठकों के माध्यम से अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देश के छोटे शहरों को अन्तरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र देश की बैक बोन की तरह है। देश को मजबूती से आगे बढ़ाने में हमारे किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। किसानों को सशक्त बनाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों को 03 लाख और महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। फार्म मशनरी बैंक के तहत 80 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। एप्पल, कीवी, तेजपत्ता, तिमूर मिशन पर कार्य किये जा रहे हैं। सगंध खेती को बढ़ावा देने के लिए 06 ऐरोमा वैली विकसित की जा रही हैं। काशीपुर में ऐरोमा पार्क बनाया जा रहा है। राज्य में कलस्टर आधारित खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। 01 साल में 18 हजार पॉलीहाउस बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे एक लाख लोगों का रोजगार उपलब्ध होगा।